सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा। लगातार बिश्नोई जैसे मानसिक ग्रस्त अपराधियों को बचाने का काम केंद्र एवं भाजपा शासित गुजरात सरकार द्वारा की जा रही है, अगर कानून में कहीं पर जगह है तो लॉरेंस बिश्नोई को जेल से बाहर निकाल कर आम जनता के हवाले किया जाए एक सीधा सवाल है कि साबरमती जैसे हाई सिक्युरिटी जोन के सेल में बंद लॉरेंस जैसे अपराधियों को हिम्मत कहां से आई कि वो जनप्रतिनिधियों एवं सेलिब्रिटीज को डायरेक्ट जान से मारने की धमकी ही नहीं दे रहा है बल्कि हत्याएं करवा रहा है।
केंद्र सरकार और गुजरात सरकार दोनों मौन बैठी है, अगर बिहार के लाल और हमारे आदरणीय नेता सांसद पप्पू यादव जी का बाल भी बांका हुआ तो इसका सीधे तौर पर जिम्मेदार केंद्र सरकार होगा उनके कार्यकर्ता के अलावा संपूर्ण बिहारी उन पर जान निछावर करने को तैयार बैठे हैं, इसीलिए केंद्र सरकार अविलंबित स्पीडी ट्रायल चल कर ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा सरेआम दे।