काश ज़िन्दगी फिर से मिल जाय ..
दो शब्द खुशियों के काश कोई हमे सुना जाय
दो शब्द उम्मिद की काश कोई हमे दे जाय
दो मिनत काश कोई अपना हमे दे जाय
काश नीराश भरी आँखो को एक नयी आस दे जाय
काश कोई हमे जीने का सालिकासिखा जाय
ग़म के अंधेरो निकलने की रोशनी चमका जाय
हमे खुशियों मे से खुशी का एक वक्त दे जाय
हम भी रोये किसी की यादो मे , काश कोई ऐसा एहसास दिला जाय
हमे उम्मिदो की नयी रोशनी मिल जाय ,सोते हुए आँखो को काश कोई चुपके से जगा जाय ,
रोते हुए मन को काश कोई प्यार से छु जाय ,
काश हमे एक और रोशनी मिल जाय ,
काश कोई बारिश की बुन्दो को मेरे चेहरे पर छालका जाय ,काश ज़ाते हुए वक्त को रोक कर मुझे हसा जाय …
काश ज़िन्दगी फिर से मिल जाय ..
कवि — Pintoo Sarkar..