नोवल कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए 13 टीमें बनाई गईं
राज प्रताप सिंह. लखनऊ ब्यूरो। लनोवल कोरोना वायरस से बचाव और इसकी रोकथाम के लिए जनपद को जोन में बांट कर 13 टीमें बनाई गई हैं। इनमें से आठ टीमें शहरी क्षेत्र और पांच ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करेंगी। डीएम की अध्यक्षता में गठित इन टीमों का नेतृत्व अपर जिलाधिकारियों को सौंपा गया है। उनके अधीन अपर नगर आयुक्त, एसीपी या सीओ, प्रभारी चिकित्साधिकारी और नगर निगम के जोनल अधिकारी टीम में रखे गए हैं।
शनिवार को कलेक्ट्रेट में हुई रैपिड रेस्पॉन्स टीम की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया गया। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि इन टीमों का कार्य अपने जोन में मेडिकल स्टोर, दुकानों में जांच करना है। यह देखना कि कोरोना वायरस से संबंधित दवाइयों, मास्क, सेनेटाइजर आदि की बिक्री निर्धारित दर से अधिक पर तो नहीं हो रही है। कोई दवा या अन्य थोक व्यापारी इन वस्तुओं का स्टॉक जमा तो नहीं कर रहा जिससे कालाबाजारी हो।
ज्यादा कीमत पर बेचा तो होगी कार्रवाई
मास्क या अन्य कोई वस्तु एमआरपी यानी अधिकतम खुदरा कीमत से अधिक पर नहीं बेची जा सकती है। कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने बताया कि ऐसी शिकायतें मिलने के बाद शासन ने सख्त रुख अपनाया है। विधिक माप विज्ञान के नियंत्रक सुनील कुमार वर्मा की ओर से शानिवार को इस आशय की चिट्ठी भी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि एन 95 मास्क, सेनीटाइजर, हैंडवाश की खुदरा मूल्य से अधिक पर बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नियंत्रक ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों से बाजार में जांच करने के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
होटलों रिसॉर्ट में भी जांच करेंगी टीमें
रैपिड रेस्पान्स टीमें अपने अपने क्षेत्र के होटलों, रिसॉर्ज, लॉज, धर्मशालाओं मे ठहरे यात्रियों की भी जांच करेंगी। यदि किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसे तुरंत आईसोलेशन में भेज दिया जाएगा। साथ ही यह टीमें अपने क्षेत्र के लिए चिह्नित अस्पताल से सम्पर्क में रहेंगी। क्षेत्र में कहीं भी विदेश से आए व्यक्ति के बारे में जानकारी मिलने पर उसके घर टीम भेज कर जांच करवाएंगी।