दरभंगा : जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि कुपोषण हमारे देश और हमारे राज्य में बड़े पैमाने पर व्याप्त है। मध्याह्न भोजन योजना का भी उद्देश्य कुपोषण को दूर करना है। इसी के तहत एक नई पहल के रूप में विद्यालयों में पोषण वाटिका लगाने का निर्णय लिया गया है।
जिलाधिकारी समाहरणालय स्थित डॉ. भीमराव अंबेदकर सभागार मध्याह्न भोजन योजना और युनिसेफ, बिहार के सहयोग से अंकुरण परियोजना के क्रियान्वययन हेतु जिला स्तरीय अभिसरण बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पोषण वाटिका का प्रत्यक्ष लाभ यह है कि बच्चों को शुद्ध साग-सब्जी मिलेगी। अच्छा पोषण मिलेगा। परन्तु इसका अप्रत्यक्ष लाभ भी कम नहीं है-इससे बच्चे सकारात्मक रूप से शारीरिक गतिविधियों से जुड़ेंगे, यह बच्चों की आदतो में आएगा एवं इससे उनका प्रकृति प्रेम भी बढ़ेगा।
इस मौके पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डॉ. कासिम अनवर, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी समीर कुमार, सहायक निदेशक उद्यान कैलाश महतो, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डॉ. कासिम अनवर, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी रवि शंकर तिवारी तथा अन्य वरीय पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र आदि उपस्थित थे।