राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि असमय ओलावृष्टि और बरसात ने किसानों की जिंदगी तबाह कर दी है। किसानों का अच्छी उपज होने का सपना चूर-चूर हो गया है। भाजपा सरकार को किसानों की परेशानी को देखते हुए तत्काल तमाम सरकारी देय, सरकारी और गैरसरकारी ऋणों की माफी कर देना चाहिए और खेती-किसानों के काम आने वाले सामान की खरीद में सब्सिडी देनी चाहिए।
भाजपा सरकार अगर अन्नदाता की उपेक्षा की नीति पर चलती रहेगी तो समाजवादी उसका भरसक प्रतिरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि खेती से ही किसान अपनी आजीविका कमाने और परिवार चलाने का काम करता है। फसल चौपट होने से उसकी गृहस्थी की गाड़ी पटरी से उतर गई है। भाजपा सरकार की संवेदनहीनता ने किसान को जीते जी मार दिया है। भाजपा सरकार ने किसानों के हितों पर कुठाराघात करने के अलावा कुछ नहीं किया है।
प्राकृतिक विपदा से गेहूं, दलहन, सरसों और आलू की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है। गेहूं की बाली टूट गई है और आम के बौर गिर गए हैं। चना, मटर की फसल को भी भारी वर्षा से नुकसान पहुंचा है। आपदा में कई जानें भी गई हैं। सीतापुर में तेज आंधी, वर्षा से दो लोगों की मौत हो गई है।
आजमगढ़, सम्भल, लखीमपुरखीरी, लखनऊ सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, बहराइच, गोण्डा, सीतापुर, हरदोई, महाराजगंज, बाराबंकी, बिजनौर, जौनपुर, अयोध्या, प्रयागराज, शाहजहाँपुर, महोबा आदि जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। विडम्बना है कि गेहूं की पर्याप्त पैदावार न होने की स्थिति में भी भाजपा सरकार 1 अप्रैल से 15 जून 2020 तक गेहूं खरीद करने का इरादा बनाए हुए है। पता नहीं भाजपा किस लोक में विचरण करती रहती है?
भाजपा सरकार को प्राकृतिक प्रकोप से निपटने में समाजवादी सरकार के कामों से सबक लेना चाहिए। किसानों को सपा सरकार ने पेंशन, फसल बीमा के साथ समय से खाद, बीज उपलबध कराए थे। मुफ्त सिंचाई के साथ किसानों की कर्जमाफी की थी।