Breaking News

बिहार :: केंचुआ की नई प्रजाति से प्रतिदिन बन सकते हैं जैविक खाद – वैज्ञानिक

दरभंगा / जाले : कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कृषि अवशिष्ट प्रबंधन प्रशिक्षण के तीसरे दिन मृदा वैज्ञानिक सह केंद्र प्रभारी डॉ. ए.पी. राकेश ने प्रशिक्षणार्थी को बताया की केचुआ का प्रयोग कर व्यावसायिक स्तर पर जैविक खाद बनाया जाता है। इस विधि द्वारा कम्पोस्ट मात्र 60 दिन में तैयार हो जाता है। आज केचुए की कुछ ऐसी प्रजातियों की खोज हुई है जिनका पालन कर प्रतिदिन के कचड़े को एक अच्छी जैविक खाद वर्मी कम्पोस्ट में बदल सकते हैं। 

वर्मी कम्पोस्ट लकड़ी के बॉक्स, प्लास्टिक का कैरेट, इसी की बाल्टी, इंट के बने टैंक में किया जा सकता है। इसके बनाने की सतही विधि, टैंक विधि, समेत अन्य विधियां है। जिसके द्वारा आसानी से वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने पोषक तत्वों से भरपूर संवर्धित वर्मी कम्पोस्ट एवं फोस्फो सल्फो कम्पो उपज प्राप्त की जा सकती है। साथ ही इसे जैव कीटनाशी के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। प्रशिक्षण वैज्ञानिक मुकेश कुमार समेत कृषि विशेषज्ञों ने दिया।

Check Also

मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान

    सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा। मिथिला के दरभंगा में स्थित चाणक्य …

39 वीं पुण्यतिथि पर स्वर्गीय पत्रकार चन्द्रदेव नारायण सिन्हा की श्रद्धांजलि का आयोजन।

दरभंगा : गुरुवार 3 अक्टूबर, 2024 को दिवंगत पत्रकार चंद्रदेव नारायण सिन्हा उर्फ़ चन्दर बाबू …

बिचौलिये दलालों से सावधान ! बी के रोड लहेरियासराय के दुकानदार – अशोक नायक

    सौरभ शेखर श्रीवास्तव की ब्यूरो रिपोर्ट दरभंगा। नगर निगम व्यवसायी महासंघ ट्रस्ट के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *