लखनऊ (राज प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में चार चरण के मतदान के दौरान तक मौज में रहने वाली समाजवादी पार्टी भी अब चुनाव आयोग के राडार पर है। यूपी चुनाव के 4 चरण समाप्त हो गए है और पांचवे चरण के लिए मतदान 27 फऱवरी को होंगे, जिसके लिए प्रचार थम चुका है। चुनाव आयोग ने आचार संहिता का पालन करने का सख्त आदेश दिया था लेकिन आचार संहिता लगने के बावजूद सपा सरकार की समाजवादी एम्बुलेंस धड़ल्ले से घूम रही थी।
ढकना होगा ‘समाजवादी’ शब्द
आखिरकार चुनाव आयोग ने एम्बुलेंस से समाजवादी शब्द को कवर करने का फरमान जारी किया है. चुनाव आयोग ने कहा है कि एम्बुलेंस से समाजवादी शब्द को हटाया जाये। आचार संहिता के उल्लंघन के मद्देनजर आयोग ने ये कदम उठाया है। इस मामले में आयोग में कई शिकायतें की गई थीं। मुख्य चुनाव अधिकारी ने इस सन्दर्भ में यूपी सरकार को पत्र भेजा है। चुनाव आयोग ने सीईओ को आदेश दिया है और कहा है कि समाजवादी स्वास्थ्य सेवा में समाजवादी शब्द को ढका जाये।
एम्बुलेंस घोटाले की बात
बता दें कि उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने उत्तर प्रदेश में 108 और 102 एम्बुलेंस सेवाओं के कार्यान्वयन में करोड़ों रुपये धन की हेराफेरी के आरोपों पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है। अदालत ने पूछा कि क्या सरकार ने आरोपों की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।