इटौंजा में अराजक तत्वों ने तोड़ी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा
राज प्रताप सिंह(उत्तर-प्रदेश राज्य प्रमुख)
लखनऊ।उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं को अराजक तत्वों द्वारा तोड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ जिला का है। यहां शरारती तत्वों ने अंबेडकर प्रतिमा को तोड़ दिया। अंबेडकर की प्रतिमा खंडित हुई देखकर समाज के लोग भड़क उठे। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और उप जिलाधिकारी पल्लवी मिश्रा पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर हालात काबू में किए। प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतिमा को सही करवा दिया है। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लोगों को समझाने में जुटे हुए थे।
जानकारी के मुताबिक, मामला इटौंजा थाना क्षेत्र के चतुराबाग गांव का है। यहां अराजक तत्वों ने आंबेडकर की प्रतिमा का दाहिना हाथ खंडित (तोड़) कर दी। मंगलवार सुबह जब समाज के लोगों ने ये नजारा देखा तो लोगों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी। ग्रामीण सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लिए आक्रोश बढ़ता देख पुलिस फोर्स बुला ली गई। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर गए। थाना प्रभारी इटौंजा शिवशंकर सिंह ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने की माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। फिलहाल गांव का माहौल पूरी तरह से शांत है।
इससे पहले भी कई जिलों में तोड़ी जा चुकी मूर्तियां
बता दें कि यहां मूर्ति तोड़ने के ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के एटा जिला के थाना जलेसर कस्बे में मोहल्ला गोला कुआं में तिराहे के पास स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर प्रतिमा को अराजक तत्वों ने तोड़ दिया था। वहीं आजमगढ़ में भी संविधान निर्माता की मूर्ति को निशाना बनाया गया था। यहां थाना अहरौला के गांव राजापट्टी में लगी बाबा साहब की प्रतिमा बीती रात तोड़ दी गई थी। इसके अलावा अभी हाल ही में सिद्धार्थनगर जिला के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के गौहनिया गांव में आंबेडकर प्रतिमा तोड़ी गई थी। वहीं इलाहाबाद में भी मूर्ति तोड़ने के बाद तनाव पैदा हो गया था। इसके अलावा कई जिलों में और भी मूर्तियां तोड़े जाने के मामले प्रकाश में आये। विपक्षियों का कहना है कि एक तरफ जहां मोदी सरकार दलितों पर भरोसा जता रही है लेकिन भाजपाई गुंडे लगातार महापुरुषों की मूर्तियां तोड़कर तुक्षता का परिचय दे रहे हैं।
भारतीय संविधान के रचयिता की इस तरीके से मूर्ति को तोड़ना कानूनन अपराध है दोषियों को चिन्हित कर जेल भेजने का कार्य करें इटौंजा पुलिस से मैं आग्रह करता हूं अगर ऐसा नहीं हुआ हमारी पार्टी के लोग सांसद का घेराव करेंगे उत्तर प्रदेश में या पहला कृत नहीं है जो इससे पहले भी कई मामले देखे जा चुके हैं मैं भाजपा से कहना चाहता हूं
इस तरीके से हमारे पूर्वजों की मूर्ति को तोड़ना बंद करें नहीं तो आने वाले समय में किस प्रकार का सामना करना पड़ सकता है यह तो वक्त ही बताएगा इस मामले को लेकर मैं घोर निंदा करता हूं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर आज हमारे बीच में नहीं है पर उन्हीं के दिए हुए अधिकारों पर हम दलित वर्ग जीते हैं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो आर-पार की जंग जारी होगी
-पप्पू गौतम,वरिष्ठ कार्यकर्ता,बीकेटी
बहुजन समाज पार्टी
हिंदुस्तान के संविधान को लिखने वाले बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को जगह जगह पर अपमानित होना पड़ रहा है जिस तरह से आए दिन उनकी प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ तोड़फोड़ की जाती है और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जाता है इससे प्रतीत होता है कि हिंदुस्तान में और खासकर उत्तर प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की नाक के नीचे थाना इटौंजा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चतुरपुर मे जिस तरीके से कुछ शरारती तत्वों ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के स्टैचू को क्षति पहुंचाई है इससे यह प्रतीत होता है कि अराजकता फैलाने वालों के कितने हौसले बुलंद हैं यह तो कह लीजिए इटौंजा पुलिस को सूचना मिलते ही फौरन मौके पर पहुंची और मामले को शांतिपूर्वक तरीके से लोगों को समझा बुझा कर मामले को शांत किया और तुरंत थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह ने क्षतिग्रस्त बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को समय रहते ठीक करवाया और क्षेत्र में अमन शांति का पैगाम देते हुए वहां के लोगों को समझाया बुझाया और कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मामले को शांति पूर्वक निपटाया इसके लिए इटौंजा पुलिस की जितनी भी सराहना की जाए कम है पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने पुलिस प्रशासन से और उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा है कि क्षेत्र मैं कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा क्षेत्र के अंदर अमन शांति का जिस तरह से मखौल उड़ाया है
जो लोग इस घटना में शामिल थे इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है और खास करके इटौंजा थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह साहब से मांग करते हुए ऐसे असामाजिक तत्व के खिलाफ जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है जिससे क्षेत्र में दुबारा इस तरीके की कोई दूसरी घटना न होने पाए और अराजक तत्वों को घटना का दोबारा कभी भविष्य में साहस न कर पाएं
-मो0.अकील खान प्रदेश प्रवक्ता,पिछड़ा मुश्लिम मोमिन समाज
संविधान के रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाए
अगर ऐसा नहीं होता है तो हमारी पार्टी के
पदाधिकारियों सहित ग्रामीण जनता को लेकर हम लोग संसद का घेराव करेंगे।