दरभंगा : दीपावली खुशियाें का त्योहार है, इस दिन बड़े एवं छोटे सभी खुब मस्ती करते है, पटाखे जलाते है। खासकर बच्चें तो खुब पटाखें जलाते है और ढ़ेर सारी मिठाईया खाते है। दीपावली के दिन पटाखे जलाते समय सावधानी बड़तनी चाहीऐं। खासकर बच्चों को तो संभलकर पटाखे फोरने चाहिए, आॅख और शरीर को बचा कर पटाखें छोड़ने चाहिऐं। जरा सी भी लापरवाही होने पर आंख भी जा सकती है। भीड़-भाड़ वाले ईलाके में पटाखें नहीं छोड़ने चाहिए। इससे बचने के उपाय जानते है डाॅ0 ए.ए. शालिम से। दीपावली के दिन लोग शोर करने वाले पटाखे जलाते है तो कुछ रोशनी करने वाले पटाखें ज्याद जलाते है, लेकिन आप जानते हैं पटाखें से अगर त्वाचा जल जाय तो ये बहुत कष्टदायी होता है। इसलिए जलने पर सबसे पहले साफ पानी से धो लेना चाहिए। कोई दवा हो तो लगा लेना चाहिए। कई बार आॅखों में पटाखें की चिंगारी के छीटे पर जाते है। जिससें आॅखें लाल हो जाती है तो इसके लिए ।तदपबं उवदज दवा की 1 बूॅंद आॅखों में डाल लेनी चाहिए। इससे काफी राहत मिलती है, ज्यादा परेशानी होने पर जल्द ही डाक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
त्वचा जलने पर ईलाज इस बात पर निर्भर करता है कि कितना प्रतिशत जला है, जलने पर ब्ंदजीतपे मलहम जले भाग पर लगाये। ये जली त्वचा को ठंडक देती है और जलन से राहत दिलाती है। सबसे बड़ी सावधानी यही है कि पटाखें संभलकर जलाएं और कोई भी दुर्घटना होने पर डाॅक्टर से सलाह जरूर लें।