चकरनगर(इटावा)रिपोर्टर:डाँ0एस.बी. एस.चौहान।
कस्बा चकरनगर को भले ही तहसील का दर्जा प्राप्त हो लेकिन अभी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है कस्बा|दूर दराज से आने वाले लोग तहसील व ब्लॉक में अपने काम के लिए आते है बाजार होने के नाते महिलायें भी काफी मात्रा में कस्बा में आती है पेसाब घर न होने के कारण उन को वेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है| तहसील गेट से लेकर चौराहा तक एक भी शौचालय व पेशाब घर न होंने से महिलायें काफी परेशानी का सामना करतीं हैं|कस्बा चकरनगर जिसे तहसील व ब्लॉक का दर्जा प्राप्त है,इसके बाद भी प्रशासन ने पेशाब घर,सुलभ शौचालय बनवाने की नही सोची न ही सांसद व विधायको ने इस ओर ध्यान दिया हजारो की आबादी होने के बाद भी एक शौचालय तक नहीं है। कस्बा चकरनगर की हालत कितनी नाजुक है कि जहां पर हमारी सरकार और जिले कि कलेक्टर श्रीमती सेल्वा कुमारी जे स्वच्छता अभियान के तहत रात दिन मेहनत कर एक किए हुए हैं लेकिन कस्बा चकरनगर फिर भी इस सुविधा से वंचित है। प्रशासन इस कस्बा में तो कैसे स्वच्छता अभियान को सफल बनाने की बात कर रहा है प्रशासन। जबकि सरकार भी स्वक्षता मिसन के तहत इस समय हर ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालय निर्माण करवाने का कार्य कर रही है तहसील स्तर पर समाजसेवियों द्वारा अधिकारियो को कई बार अवगत कराया गया लेकिन मामला वही ढाक के तीन पात नजर आया समाजसेवी, डॉ प्रबल प्रताप सिंह चौहान महेश जैन प्रेमशंकर त्रिपाठी अविनाश सिंह चौहान चन्दू यादव आदि समाजसेवियों ने जिलाधिकारी सेल्वकुमारी जे से कस्वा चकरनगर में सुलभ शौचालय बनवाने की मांग की है।