दरभंगा। डाक प्रशिक्षण केंद्र, दरभंगा का स्वर्ण जयंती मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय श्रीमति अरूंधती घोष, मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, बिहार सर्किल पटना द्वारा फिता काटकर विधिवत् किया गया। सभागार के अंदर माॅ सरस्वती की पूजा आराधना एवं दीप प्रज्वलित भी किया गया। सर्वप्रथम श्री एन.आर. मीना निदेशक डाक प्रशिक्षण केंद्र ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, अतिथियों एवं दर्शकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र के इतिहास एवं कार्यकलापों पर प्रकाश डाला। उन्होंने यहाॅ के कर्मचारियों को 65 एकड़ में फैले इस परिसर को स्वच्छ एवं सुंदर रखने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा डाक प्रशिक्षण केंद्र के इतिहासिक भवन पर जारी विशेष कवर का अनावरण किया। उक्त भव्य एवं प्रांगण 12.07.1966 को डाक-तार विभाग द्वारा महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह से खरीदा गया था जिसका निर्माण महाराजाधिराज ने विनाशकारी भूकंप के बाद वर्ष 1934 में अपने छोटे भाई राज बहादुर विषेश्वर सिंह के लिए बनवाया था। मंच पर उपस्थित विशेष अतिथि श्री मनी राम, जनरल मैनेजर बी. एस. एन. एल. दरभंगा ने इस परिसर की खुबसुरती की प्रसंशा की और शुभ कामनायें भी दी। साथ में उन्होंने डाक विभाग द्वारा देश को दी गई सेवा की भी तारिफ की।
मुख्य अतिथि श्रीमति अरूंधती घोष ने कहा की डाक विभाग का इतिहासिक भवनों से पुराना संबंध रहा है। उन्होंने कहा की डाक विभाग एक बदलाव से गुजर रहा है जहाॅ टेक्नोलाॅजी के जमाने में विभाग ने भी टेक्नोलाॅजी अपनाया है। उन्होंने प्रशिक्षनार्थी से कहा कि आप लोग अपने आप को टेक्नोलाॅजी में निपुण हो, नए प्रोजेक्ट में सीबीएस (कोर बैकिंग सलूशन) एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है जिसके अंतर्गत कुल 1000 एटीएम भारत में लगेंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ टेक्नोलाॅजी बदल लेने से विभाग का बदलाव संभव नहीं है, हमारे कर्मचारियों को भी सर्विस में सुधार की जरूरत है। अंत में उन्होंने कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
अंत में श्री एन के सोनी सहायक निदेशक ने सभी अतिथियों एवं दर्शकों को कार्यक्रम सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया।