नाका 5 के पास स्थित ‘मैट्रिक गुरू’ के कई छात्रों ने सफलता प्राप्त कर एक बार फिर साबित कर दिया है कि दरभंगा का शैक्षणिक विकास तीव्र गति से हो रहा है। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद पटना द्वारा आयोजित डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा में 2 छात्र,बिहार आई.टी.आई में भी 2 छात्र और सीईटी दिल्ली में 1 छात्र सफल हुए हैं।
दरभंगा के शिवाजीनगर जीतुगाछी निवासी बिंदेश्वर सहनी और मीना देवी की पुत्री काजल कुमारी ने बिहार पोलिटेक्निक में सफलता हासिल की। दरभंगा के ही चूनाभट्ठी निवासी जगन्नाथ चौधरी और सुनीता देवी के पुत्र सोनू कुमार तथा ईमलीघाट गुल्लोबाड़ा निवासी प्रमोद सिंह के पुत्र राजा कुमार सिंह ने बिहार आईटीआई में सफलता प्राप्त कर अपने जिले का नाम रौशन किया है।वहीं बहेड़ी प्रखंड अन्तर्गत राजवाड़ा ग्राम निवासी रामाश्रय पोद्दार और सुमित्रा देवी के पुत्र राहुल कुमार ने बिहार पोलिटेक्निक और सीईटी दिल्ली अर्थात दिल्ली पोलिटेक्निक में भी सफलता प्राप्त कर दोहरी कामयाबी हासिल की है।
सभी सफल परिक्षार्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय मैट्रिक गुरू नितिन कुमार को दिया है।
मैट्रिक गुरू नितिन कुमार ने सभी को सम्मानित कर बधाई देते हुए कहा कि दसवीं तक के बच्चों को अगर आधार मजबूत करने के उद्देश्य पढ़ाया जाय तो उच्चस्तरीय प्रतियोगिता में बच्चों को सफलता अवश्य मिलेगी।मैं भी पिछले आठ सालों से इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर दसवीं तक के बच्चों को गणित व अन्य विषयों में आधार मजबूत करने की शिक्षा देने पर खुद को पूरा केंद्रित रखता हूँ। गणित के निरंतर अभ्यास से जहाँ हमारे बच्चे इस वर्ष भी मैट्रिक में अच्छे अंको से सफल हुए हैं वहीं पोलिटेक्निक और आईटीआई जैसे प्रतियोगी परीक्षा में भी सफलता प्राप्त किए।बच्चों की प्रतिवर्ष हो रही सफलताओं में यहाँ के अभिभावकों ने मुझे मैट्रिक गुरू की उपाधि दी।सभी अभिभावकों के प्रेम व स्नेह के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ।
इस अवसर पर सौरभ शेखर श्रीवास्तव ने मैट्रिक गुरू और उनके सफल छात्रों को बधाई देते हुए स्वर्णिम टीम से विशेष बातचीत में मैट्रिक गुरू नितिन कुमार की सराहना करते हुए कहा कि दरभंगा का शैक्षणिक विकास निर्भर है यहाँ के शिक्षकों के द्वारा दी गई शिक्षा व छात्रों की सफलताओं पर।ऐसे में दसवीं तक के बच्चों के आधार मजबूत करते हुए जैसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मैट्रिक गुरू नितिन कुमार ने दी है वैसी आधारभूत शिक्षा यदि दरभंगा के सभी शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं को दें तो दरभंगा से शत्-प्रतिशत बच्चे तो सफल होंगे ही साथ ही दरभंगा का शैक्षणिक विकास बुलंदियों को चूमने लगेगा।अबतक के शिक्षकों के प्रयास से दरभंगा से छात्रों का पलायन में थोड़ा सा ब्रेक जरूर लगा है लेकिन दरभंगा से होने वाले छात्रों का पलायन पूर्णतः बंद करने के लिए दरभंगा के शिक्षकों व अभिभावकों को एकजुट होकर शैक्षणिक जागरूकता पर कार्य करने की जरूरत है।