दरभंगा / जाले : भारतीय कृषि कौशल विकास परिषद के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में शुक्रवार से 34 दिवसीय जैविक उत्पाद विषय पर प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षणार्थी किसान विभिन्न वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी प्राप्त करेंगे।
जिसमे भारत मे जैविक खेती की संभावनाए, सुरक्षित खेती प्रणाली,जैविक खेती के लिए फसल व किश्मो का चयन,बीजोपचार की जैविक बिधि,जैविक बिधि द्वारा पोषण प्रबन्धन,किट रोग नियन्त्रण,उन्नत कम्पोस्ट बनाने के तरीके ,जैविक बिधि द्वारा खर पतवार नियन्त्रण,जैविक तरल खाद एवं किट नाशक दवा बनाने की विधि,फसल कटने के बाद प्रबन्धन जैविक उत्पादन का ब्यवसाय,आदि बिबिध बिधियो पर जिला के चयनित प्रशिक्षणार्थी किसान प्रशिक्षण ले रहे हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर केंद्रीय प्रभारी डॉ ए.पी.राकेश प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी कमलदेव प्रसाद ने संयुक्तरूप से किया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षणार्थी व अन्य उपस्थित लोगों को डॉ ए.पी.राकेश ने कहा कि किसानों को आय दुगुनी करने एवं कृषि क्षेत्र को अधिक लाभकारी बनाने के लिए ,किसानों के उत्पादन को बाजार दिलवाना लक्ष्य है।किसानों को अपने उत्पादन का अधिकाधिक मूल्य प्राय हो इसके लिए भारतीय कृषि कौशल विकास परिषद का गठन किया गया है।
भारत सरकार का लक्ष्य है की कृषि क्षेत्र सवसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर है।खेती जे जुड़े बिभीन्न उद्यम को आगे बढ़ाना की जरूरत है।हम ध्यान रखे कि जैविक खेती को बढ़ावा देकर ज्यादा से रसायनिक खेती से मानव को होनेवाले बिभीन्न बीमारियों को रोक लगाई जाए।