झंझारपुर : श्रीनगर के पुंछ सेक्टर में शहीद हुए मधुबनी जिले के विकास कुमार मिश्र का पार्थिव शरीर शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। अंतिम संस्कार के दौरान डीएम व एसपी विलंब से पहुंचे, जिस कारण उन्हें जनाक्रोश झेलना पड़ा। इसके पहले आज सुबह उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव रैयाम पहुंचा। शहीद विकास मिश्र स्व. शशिरुद्र मिश्र के पुत्र थे। शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सेना के वाहन से लाया गया जिसको देखकर उनकी मां का बुरा हाल था। वे बार-बार बेहोश हो रही थी।
शहीद विकास की शवयात्रा में पूरा मधुबनी उमड़ पड़ा। मुखाग्नि उनके भतीजे अनमोल मिश्र ने दी। अंतिम संस्कार स्थल पर डीएम व एसपी के विलंब से पहुंचने पर जनाक्रोश झेलना पड़ा। मुखाग्नि के करीब 10 मिनट बाद डीएम गिरीवरदयाल सिंह और एसपी दीपक वर्णवाल शहीद के अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे, जहां लोगों ने उनका विरोध किया। काफी समझाने के बाद लोगों ने उन्हें जलती चिता पर पुष्प अर्पित करने दिया।
इससे पहले सुबह में जैसे ही सेना के वाहन का प्रवेश मधुबनी जिले में हुआ जिले के लोगों ने फूलों से अपने जिले के वीर सपूत को श्रद्धांजलि दी। शहीद का पार्थिव शरीर उनके आवास पर रखा गया था। जहां हजारों की संख्या में लोग जमा हैं। विकास अमर रहे और देश के दुश्मनों का सफाया हो इस तरह की नारेबाजी ग्रामीण कर रहे थे।