दरभंगा :: बहादुरपुर थाना क्षेत्र के पुरखोपट्टी गांव में 06.07.2016 के सुबह से ही जीतन दास के 12 वर्षिय पुत्री फुलों कुमारी गायव थी परिजनों ने खोज विन चालु किया तब अचानक दिन के 10 बजें के आस-पास फुलों कुमारी मुर्छित अवस्था में घर के आगन में मिली परिजन ने जब उससे कुछ बताने को कहा तब तक बह दम तोर दी। ग्रमीणों के मुताविक जितन दास को घर के ही बगल में रह रहे रामअवतार दास से 4 दिन पूर्व भुमि बिबाद को लेकर मारपिट हुई थी जिसमें जितन दस के परिवार को बुरी तरह से पिटा गया था और रामअबतार दास के तरफ से जितन दास को धमकि दिया गया था कि तुम अपना जमीन मुझे दे दो वर्ना जान से मार दूंगा ग्रामीणों ने बताया की उस वक्त जितन दास थाना जाना चाहा लेकिन लोगो ने उसे डरा-धमका कर थाना जाने से रोक दिया
वहीं कुछ लोगो का कहना यह भी है कि जब से मृतीका फुलों घर से गायव हुई तभी से ही रामअवतार दास , राजकुमार दास, सुखदेव दास, श्याम दास एवं लक्ष्मण दास के पत्नी घर से गायब हो गई और देर शाम को घर वापस आई ग्रामीणों का कहना है जब फुलों कुमारी आंगन में मिली और जब बह बेहोसी की हालत में थी तब गाव के ही एक डाक्टर ललित कुमार को बुलाया गया तव उसने बताया कि यह आम के मंजर में डालने की दबा पी है, लेकिन दुसरी तरफ ग्रामीणों का कहना यह है कि 10-12 साल की छोटी बच्ची को ऐसा क्या होगा जो वह जहर पी लेगी। बही बहादुरपुर थाना का कहना है कि ग्रामीणों ने बताया की लड़की खुद जहर खा ली है और इसका पंचनामा भी बना दिया है और थाना प्रभारी लाश को विना पोस्टमाटम कराए ही छोड़ दिया और जाॅच करना मुनासिव नही समझा सिर्फ कुछ लोगो के कहने पर ही की लड़की ने खुद से जहर खा लिया और थाना प्रभारी मान गए। मृतीका फुलों कुमारी के परिवार काफी गरीव है इसी को लेकर वह डरता है कि अगर वह सभी बात पुलिस को बताएगा तो उसे गाव से निकाल देगा लेकिन दरभंगा पुलिस के आला अधिकारियों को चाहिए की रामअबतार दास, राजकुमार दास, सुखदेव दास, श्याम दास और लक्ष्मण दास के पत्नी से पुछ-ताछ करें और मृतीका को न्याय दिलाए जीससे अपराधियों को अपराध के बारे मे सोचने से भी डर लगे। ग्रामीणों के मुताविक जीस तरह से लड़की को पाया गया उससे साफ अनुमान लगाया जा सकता था कि मृतीका के साथ जो लोग पर सक जा रहा है। उसने उसको जहर पिला दिया जिससे उसकी मौत हो गई। बहादुरपुर थाना प्रभारी को मृतीका के शरीर को जाॅच करने के बजाय वहाॅ पर खडे़ कुछ लोगों के वात को मान लिया और अपराधी अपने मंसुवे मे कामयाव हो गया और थाना सिर्फ जाॅच करने की बात कह रही है। सोचने की बात यह है कि लड़की को अगर साॅप ने काट लिया तो पुलिस को सुचना क्यों दिया गया आखिर जीसने भी पुलिस को सुचना दिया होगा उसे तो कुछ न कुछ गलत जरूर लगा होगा तभी तो उसने पुलिस को सुचना दिया। वहीं जिन लोगों पर सक जा रहा है वहीं गाॅव के कुछ लोगों द्वारा मिल कर मामला को कुछ और रूप देने कि कोसिश कर रहा है क्यो कि अपराधी पक्ष के लोग आर्थिक पक्ष से मजबुत है इसी को लेकर मृतीका फुलों कुमारी को न्याय न मिले इसी लिए मामला को दबाया जा रहा है । दरभंगा पुलिस एक पंचनामा को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठा मूक दर्शक बना हुआ है और अपराधी सिना फुलाए सान से घुम रहा है।