डेस्क : दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में बेसिक लाइफ सपोर्ट कोर्स का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम वर्ष के 100 से अधिक छात्रों ने अभ्यास के द्वारा जीवन बचाने के गुर सीखे।
कार्यक्रम में एम्स पटना के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा. लोकेश तिवारी और उनकी टीम के द्वारा संपन्न कराया गया। इसमें एम्स से आए 6 प्रशिक्षकों ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों को और छात्रों को जीवन संजीवनी की शिक्षा दी।
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
बीएलएसए या जीवन संजीवनी एक ऐसी पद्धति है जिसमें कोई भी आदमी की कहीं सड़क पर घर में अस्पताल में अचानक से सांसे हृदय या गति रुक जाए तो उसे इस प्रक्रिया द्वारा पुन: जीवित किया जा सकता है।
सभी छात्रों ने इसकी प्रैक्टिस की। कार्यक्रम का संयोजन डा. ओमप्रकाश ने किया। प्राचार्य डॉ. एच एन झा, डॉ. एसडी सिंह, डॉ. शीला कुमारी, डॉ पीके लाल, डॉ. के एन मिश्रा, डॉ. रिजवान हैदर इत्यादि कई शिक्षकों ने कार्यक्रम में भाग लिया।