कनिका की शिरकत वाली पार्टियों में अनेक राजनेता और अधिकारी भी शामिल हुए, जिनमें उत्तर प्रदेश के कुछ मंत्री भी हैं।
लखनऊ ब्यूरो। लखनऊ पीजीआई में भर्ती कनिका कपूर की तबीयत स्थिर है। उनकी दूसरी जांच रिपोर्ट में वायरल लोड ज्यादा होने की पुष्टि हुई है। पीजीआई के सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल के मुताबिक कोरोना वार्ड में भर्ती कनिका का इलाज इमरजेंसी मेडिसिन, पलमोनरी मेडिसिन समेत अन्य कई विभागों के डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है। इस वार्ड को चार जोन में बांटा गया है।
समूचे क्षेत्र को आइसोलेटेड किया गया है। ताकि कोरोना का संक्रमण संस्थान के अन्य किसी के डॉक्टर और अन्य स्टाफ को न हो। कनिका की आज दोबारा जांच के लिए सैम्पल भेजा जायेगा।
आपको बता दें कि कनिका 11 मार्च को लंदन से लखनऊ आई थीं। कनिका ने गत 13, 14 और 15 मार्च को होली से जुड़ी दो-तीन पार्टियों में शिरकत की थी। वे छोटे आयोजन थे और कुल मिलाकर कर इनमें 250 से 300 लोगों ने शिरकत की थी। कनिका की शिरकत वाली पार्टियों में अनेक राजनेता और अधिकारी भी शामिल हुए, जिनमें उत्तर प्रदेश के कुछ मंत्री भी हैं।
पार्टी में जहां राजस्थान की पूर्व मुख्यमंभी वसुंधरा राजे सिंधिया और उनके बेटे दुष्यंत सिंह परिवार संग शामिल हुए वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व उनकी पत्नी ने भी शिरकत की। सूची में पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद परिवार के साथ शामिल होने का जिक्र है। साथ ही दिल्ली के आदेश सेठ, रफत जमाल, आरती, उर्वशी, लखनऊ की नेहा, नैना भी शामिल रही। इसके अलावा यूपी के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया, कुश भार्गव समेत राज्य सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों के शामिल होने की चर्चा रही। चर्चा है कि होली की पार्टी में बसपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे अनंत मिश्र ‘अंटू’ भी शामिल हुए। अंटू का तो वीडियो भी वायरल हुआ है।
कनिका को कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद पार्टी में शामिल लोगों की पहचान की गई। अधिकांश लोगों ने कोरोना की जांच के लिए सैंपल भेजे। शनिवार को आई रिपोर्टमें यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, सांसद दुष्यंत सिंह सहित 45 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई।
कनिका कपूर के खिलाफ दर्ज एफआईआर में यूपी पुलिस ने कई बदलाव किए हैं। पुलिस ने कनिका के लखनऊ आने की तारीख पुलिस ने पहले ही संशोधित कर ली थी पर बाकी तथ्य विवेचना में सही कर लिए जाएंगे। इसके लिए सारे तथ्य सरोजनीनगर थाने में विवेचक को दे दिए गए। इसी कड़ी में गलत हुई जानकारियों को सही करते हुए एक पत्र सीएमओ ने पुलिस कमिश्नर को शनिवार को भेजा था। दरअसल एफआईआर में पहले दिन ही यह तथ्य गलत हो गया था कि कनिका कपूर 14 मार्च को लखनऊ आई थीं। हालांकि यह बात एफआईआर दर्ज करने वाले दिन ही पकड़ में आ गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की तहरीर में लिखी इस बात ने तूल पकड़ लिया था कि कनिका कपूर को लखनऊ एयरपोर्ट पर ही जांच में कोरोना संक्रमित बता दिया गया था। जबकि वह 20 मार्च की सुबह हुई जांच में सक्रंमित पाई गईं।