सौरभ शेखर श्रीवास्तव की स्पेशल रिपोर्ट। जन सुराज के शिल्पकार प्रशांत किशोर ने सुपौल की जनता के सामने किया ऐलान, बोले- 1 साल ओर उसके बाद आपको अपने बेटे, पति, भाई को मज़दूरी करने के लिए दिल्ली मुंबई नहीं जाना पड़ेगा। जन सुराज यह सुनिश्चित करेगा कि बिहार के युवाओं को बिहार में ही कम से कम दस- बारह हजार का स्वरोजगार उपलब्ध हो जिससे की उसको अपने परिवार को छोड़कर दूसरे राज्य में मजबूरी में मज़दूरी करने नहीं जाना पड़े। इसी के साथ 15 साल से कम उम्र के बच्चो की पूरी पढ़ाई का खर्च जिसमें उनकी किताबें से लेकर विद्यालय के कपड़े सब कुछ बिहार के बच्चो के लिए मुफ्त कर दी जाएगी। इसके साथ ही यह व्यवस्था केवल सरकारी स्कूलों में ही नहीं बल्कि सभी प्राइवेट स्कूलों में भी लागू होगी। प्राइवेट स्कूल में भी 15 वर्ष तक के बच्चो की पढ़ाई का खर्च सरकार देगी, ऐसी व्यवस्था हम करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जनसुराज यह सुनिश्चित करेगा कि आपको हर महीने कम से कम 2000 रुपए की पेंशन मिले।
“टी विद पीके” कार्यक्रम आयोजित
जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सुपौल प्रखंड के चैनसिंह पट्टी से अपनी पदयात्रा की शुरुआत की और महुआ, डभारी, बैरिया, परसा, पिपरा खुर्द आदि जगहों पर जन सभा को संबोधित करते हुए रात्रि विश्राम के लिए नगर परिषद सुपौल स्थित विलियम्स मैदान में बने जन सुराज कैंप पहुंचे।
जहां उन्होनें स्थानीय लोगों के साथ समस्याओं पर संवाद किया। इसी के साथ डभारी स्थित दुर्गा मंदिर पर “टी विद पीके” कार्यक्रम आयोजित किया गया। कई जगहों पर फूलों की माला, अंगवस्त्र पहनाकर लोगों ने उनका स्वागत किया। प्रशांत किशोर की पदयात्रा में बैंड-बाजा, ढोल-नगाड़ों के साथ कई जगहों पर आतिशबाजी कर स्वागत किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ भी देखने को मिली।