राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों का आंकड़ा अन्य राज्यों के मुकाबले तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं
और प्रदेश सरकार का तथाकथित ‘आगरा मॉडल ध्वस्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 3467 कोरोना मरीजों में अकेले आगरा से 756 केस है। प्रदेश सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना महामारी से निपटने के लिये देश में आगरा मॉडल पेश किया था, जिसे खूब प्रचारित भी किया। हकीकत में कोरोना से आगरा शहर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। आगरा में महामारी बेकाबू हो गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हटाना सरकार की असफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। श्री लल्लू ने कहा कि मेरठ और कानपुर भी कोरोना महामारी की सर्वाधिक चपेट में है। महामारी की हकीकत को छिपाया जा रहा है, जिसका परिणाम प्रदेश की निर्दोष आम जनता को भुगतना होगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा अनुबंधित कई प्राइवेट लैबों के कोरोना टेस्ट संदिग्ध पाये गये है।स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक बहराइच,सीतापुर और नोएडा की प्राइवेट लैबों द्वारा घोषित कोरोना के 10 पॉजिटिव टेस्ट सरकारी लैब में दुबारा टेस्ट करने पर निगेटिव पाए गए हैं। यह कोरोना के मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।