राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खान और उनके परिवार को जेल भेजे जाने के कुछ घंटे बाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि पार्टी बदले की भावना से किसी भी कार्यवाही को उचित नहीं मानती है। हालांकि यादव ने अपने इस बयान में कहीं भी आजम खान या उनके परिवार का नाम नहीं लिया। यादव ने कहा कि रागद्वेष से सरकारें काम नहीं कर सकती हैं। सपा न्यायिक प्रणाली पर भरोसा करती है। अदालत पर विश्वास है कि वहां से सभी को न्याय मिलेगा। सरकार का यह संवैधानिक दायित्व है कि बिना भेदभाव के सबके साथ न्याय करे।
यादव ने एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने जनता के विश्वास को बुरी तरह आहत किया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था तो पूरी तरह चरमरा गई है। तीन वर्षों में भाजपा ने गांव-किसान और युवाओं की घोर उपेक्षा की है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा की किसानों और गांवों के विकास में न तो कोई रूचि है और न ही नौजवानों को रोटी-रोजगार देने की उसकी नीयत रही है। महज तुकबंदी में भाजपा सरकार ने अपने तीन साल निकाल लिए हैं। इससे किसी का पेट भरने वाला नहीं है। भाजपा का ‘विजन’ नाश करने वाला है।’
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावे चाहे जितने करें हकीकत में उनका एक भी दावा कसौटी पर खरा उतरने वाला नहीं है। किसानों की हालत बहुत खराब है। दुगनी आय तो मृग मरीचिका है ही, भाजपा राज में किसानों द्वारा आत्महत्या किया जाना सामान्य घटना हो गई है। नौजवानों के लिए रोजगार नहीं है। युवा पीढ़ी के सपनों को चकनाचूर करने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। युवाओं की ऊर्जा और क्षमता को कुंठित करने की पूरी साजिश है।
यादव ने कहा, ‘कानून व्यवस्था पर नियंत्रण के मुख्यमंत्री के दावों का अब कोई विश्वास नहीं करता है। देश-प्रदेश में डबल इंजन सरकार पूरी तरह ठप्प है। महिलाओं का उत्पीड़न एवं बच्चियों से बलात्कार पूरी भारतीय संस्कृति के लिए अभिशाप है।’ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को उलझाए रखने के लिए आंकड़ों का खेल तमाशा दिखाने में भाजपा नेताओं को दक्षता है। सत्ता का दुरूपयोग भाजपा की राजनीतिक आदत है।