राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो। गोवंश की देखभाल के सवाल पर विधानसभा में सत्ता पक्ष के सदस्य सुरेन्द्र सिंह ने सवाल उठाए। इससे सत्ता पक्ष तो असहज हुआ लेकिन विपक्षी सदस्यों ने मेजे थपथपाकर स्वागत किया।
प्रश्नकाल में गोवंश सरंक्षण संबंधी सवाल पर जब पशुधन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण जवाब दे रहे थे। तभी, बलिया से भाजपा सदस्य सुरेंद्र सिंह ने कहा कि ‘भारत माता की जय’ या ‘गौ माता की जय’ बोलने से कुछ नहीं होगा। चरित्र से गोपालन की भावना होनी चाहिए। उन्होंने गौ आश्रय स्थलों में आवारा पशुओं की मौजूदगी की चर्चा करते हुए कि गोवंश पशुओं की देखभाल के लिए लोगों को रखने का प्रबंध किया जाना चाहिए।
सुरेंद्र सिंह ने यह भी कहा गो आश्रय स्थल में गायों की हालत खराब है। सत्ता पक्ष के सदस्य इस दौरान शांत रहे। मंत्री ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कि अगर कुत्तों द्वारा नोच कर खाए जाने की बात है तो वह इसकी जांच करा लेंगे।
प्रश्नकाल में बसपा की सुषमा पटेल ने कहा कि सरकार ने माना साल 2019 में 9261 गोवंशीय पशुओं की मौत हुई लेकिन किसी का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। मंत्री ने कहा कि चूंकि यह सभी स्वाभाविक मौते थीं। इसलिए इन मामलों में किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
सदन में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने पोस्टमार्टम कराए बिना यह कैसे तय कर लिया कि गोवंशीय पशु स्वाभाविक मौत से ही मरे हैं। लक्ष्मी नारायण ने जवाब देते हुए स्वीकार किया कि किसी भी जानवर का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया है, लेकिन अगर आशंका पैदा करने वाला कोई मामला उनके संज्ञान में आता है तो वह उसकी जांच कराएंगे।