दरभंगा । महिलाएं केवल बच्चों की मां भर नहीं, वे आज व्यापार की भी जननी हैं। घर के साथ देश की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं। वे खुले आसमान की वीरांगना हैं तो कैमरे के आगे अभिनय कर महिलाओं की आवाज बन रही हैं। यह बड़ा बदलाव है। इन्हीं में हैं बिहार के दरभंगा की कल्पना झा, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से बिहार का परचम लहराया है। कल्पना हिंदी मीडियम , कागज़ का फूल, टॉयलेट एक प्रेम कथा , लीला , हॉउस अरेस्ट जैसे सिनेमा और वेब सीरीज में प्रसिद्ध किरदार निभा चुकी हैं।
नई दिल्ली के राजेंद्र भवन सभागार में बीसीसीएम एवं सीआईएचएम द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह कार्यक्रम में बतौर अभिनेत्री बिहार की बेटी कल्पना झा को शॉल व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
अभिनेत्री कल्पना झा ने कहा कि समाज में अब महिलाओं और पुरुषों की तुलना को खत्म करने का समय है। अगर लगन हो, खुद पर विश्वास हो तो मंज़िल तो मिलनी ही है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व लोकसभा सदस्य अनिता आर्या, वैज्ञानिक डॉ ललिता गुप्ता , महामंडलेश्वर हिमांगी सखी माँ, दमन बांगा समेत अन्य गणमान्य महिलाओं की मौजूदगी रही।