दरभंगा : कोरोना एवं बाढ़ को लेकर सभी सांसद, सभी विधायक एवं विधान पार्षद से वर्चुअल मीटिंग की गई। बैठक के प्रारंभ में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सभी सांसद, विधायक एवं माननीय विधान पार्षद हार्दिक अभिनन्दन करते हुए कोविड-19 के लिए जिले में अबतक किये गए कार्य के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 26 हजार 951 लोगो की जाँच की गई है, जिसमें 1293 पॉजिटिव मामले आये, जिनमें से 852 स्वस्थ्य हो चुके हैं। 1222 का रिजल्ट लंबित है।
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उन्होंने कहा कि जिले में जाँच की दर लगातार बढ़ती गई है। अप्रैल में 339, मई में 1538, जून 5772, जुलाई में 8785 एवं 09 अगस्त तक 10517 कोरोना की जाँच कराई गई है। अभी प्रतिदिन 1500 जाँच कराई जा रही है। दरभंगा जिला का पॉजिटिवीटी रेट भी राज्य के औसत (5%) से नीचे (4.28%) है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि अब खतरा टल गया है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/अनुमण्डलीय अस्पताल एवं सभी शहरी पी.एच.ई. में एन्टीजन टेस्ट की सूविधा उपलब्ध है। लक्षणयुक्त इच्छूक व्यक्ति अपनी जाँच करा सकते हैं। आर.टी.पी.सी.आर. जाँच का लक्ष्य 150 प्रतिदिन है।
उन्होंने कहा कि दरभंगा में प्रति लाख जनसंख्या पर 521 जाँच कराई गई है, जो मधुबनी एवं समस्तीपुर जिले से ज्यादा है। ईलाज कराने की व्यवस्था डी.एम.सी.एच., डी.सी.एच.सी. में उपलब्ध है। डी.एम.सी.एच. में शुरू में स्थिति अच्छी नही थी, लेकिन अब उसमें काफी सुधार हुआ है। सहायक समाहर्त्ता सुश्री प्रियंका रानी को जब से प्रतिनियुक्त किया गया है, तब से स्थिति बेहतर हुई है।
प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी डी.एम.सी.एच. का भ्रमण किया गया है। पहले समन्वय का अभाव था, अब समन्वय स्थापित हो गया है। डेली बुलेटिन भी निकाला जा रहा है तथा मरीजों का हाल-चाल भी लिया जा रहा है। प्राचार्य एवं अधीक्षक प्रतिदिन 10 मिनट आइसोलेशन वार्ड का स्वयं भ्रमण कर रहे हैं। मृतक शरीर के निष्पादन हेतु परिवहन विभाग से क्रय करवाकर चार फ्रिजर डी.एम.सी.एच. को उपलब्ध कराया गया है। शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। बिरौल एवं बेनीपुर में श्मशान/कब्रिस्तान की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मृतक शरीर के निष्पादन में सामाज का सहयोग भी अपेक्षित है। डी.एम.सी.एच. में 07 बेड वेटिलेटर युक्त है। जी.एन.एम. नर्सिंग कॉलेज में 20 बेड वेंटिलेटर युक्त संस्थापित किया जा रहा है। सी.सी.टी.वी. व इन्टर कॉम की व्यवस्था भी की जा रही है। मरीज के भोजन की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।
उन्होंने बताया कि किरतपुर, बहादुरपुर, जाले में 30-30 बेड, बेनीपुर में 55, बिरौल में 90 बेड की व्यवस्था की गई है तथा प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में 10-10 बेड, 05-05 ऑक्सीजन सिलिण्डर की व्यवस्था की जा रही है। जिले को 42 डॉक्टर मिले हैं, जल्द ही जी.एन.एम. के मिलने की भी संभावना है। कोविड से सुरक्षा को लेकर जिले में मास्क के विरूद्ध अभियान चलाया गया, जिसमें 10 लाख रूपये जुर्माना राशि की वसूली की गई है। 333 वाहन जप्त किये गए, 21 संवेदक से बिना मास्क के मजदूरों से काम करवाने के लिए जुर्माना वसूला गया है।
मुख्यमंत्री ने भी शिशो पंचायत से लौटने के दौरान एक निर्माणाधीन भवन के समीप रूक कर मजदूरों के बीच मास्क बटवाए। उन्होंने भी कहा कि रास्ते में 90 प्रतिशत लोग मास्क पहने हुए पाये गए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लोगों को मुफ्त में अनाज मुहैय्या कराई जा रही है। अन्य राज्यों से लौटने वाले मजदूरों को 01-01 हजार रूपये की दर से राशि उपलब्ध कराई गई है।
दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कोरोना एवं बाढ़ के दौरान जिला प्रशासन द्वारा किये गए कार्य की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने किये गए एक एक कार्य का उल्लेख करते हुए कहा कि जिला पदाधिकारी ने दरभंगा को बाढ़ से बचा लिया। उन्होंने कहा कि उनकी वार्त्ता स्वास्थ्य मंत्री के साथ भी कोरोना को लेकर हुई है। उन्होंने पंचायत अनुश्रवण समिति की बैठक में पूर्व मुखिया एवं अन्य राजनैतिक दलों को भी सम्मलित करने का सुझाव दिया और कहा कि आपदा की घड़ी में सबको एक साथ जोड़कर काम करना चाहिए। उन्होंने फसल क्षति का आंकलन करा लेने का सुझाव दिया और कहा कि जितनी तेजी से दरभंगा में बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में राशि उपलब्ध कराई गई है, इसकी जतनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है। उन्होंने पंडासराय से 08 किलोमीटर तक नाला निर्माण करा लेने का सुझाव दिया ताकि पानी की निकासी हो सके।
समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज ने कहा कि बाहर से जो लोग आ रहे है और उन्हें होम क्वारंटाइन किया जा रहा है तो इस संबंध में उनकी घर में कमरे की उपलब्धता की भी जानकारी प्राप्त कर लेने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान टूटी हुई सड़को की मरम्मति करा ली जाए।
नगर विधायक संजय सरावगी ने कोरोना व बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन के कार्य की प्रशंसा की तथा सुझाव दिया कि डी.एम.सी.एच. में अतिरिक्त आई.सी.यू. का निर्माण 04 तल्ले की जगह भू-तल पर की जानी चाहिए तथा एन्टीजन जाँच में निगेटिव आने वाले सिमटोमिक लोगों की पुनः आर.टी.पी.सी.आर. जाँच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दरभंगा में डब्लू.एच.ओ. के दिशा-निर्देश से सभी ज्यादा जाँच हो रही है।
हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी ने वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया तथा बाढ़ और कोरोना के दौरान जिला प्रशासन द्वारा किये गए कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हायाघाट में कुछ स्थलों पर मिट्टी का कटाव कर देने पर पानी निकल जाएगा। पानी हट जाने के उपरांत गाँव को सैनेटाइज कराने की जरूरत है।
दरभंगा ग्रामीण क्षेत्र के विधायक ललित यादव ने जी.आर. राशि के लिए उनके क्षेत्र के कुछ पंचायतों के छूटने की जानकारी दी तथा छोटाईपट्टी एवं बलिया पोखर में नाव की आवश्यकता से अवगत कराया।
जाले के विधायक जिवेश कुमार ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में पी.पी.ई. किट्स पहनकर कार्य करने वाले की कार्य अवधि 08 घंटे के वजाए 04 घंटे की होनी चाहिए। उन्होंने बाढ़ के दौरान जिला प्रशासन के द्वारा किये गए कार्य की सराहना की।
बेनीपुर के विधायक सुनील चौधरी ने सुझाव दिए कि जो पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना दिन रात कार्य कर रहे हैं, उनकी भी कोरोना जाँच होनी चाहिए। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्य की प्रशंसा की।
केवटी के विधायक फराज फातमी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मास्क के लिए जागरूकता जरूरी है। कुछ लोग कोरोना से डरते है और छिपाते भी हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर जमींनदारी बाँध के वजह से ही बाढ़ आ रही है, इसकी मजबूतीकरण आवश्यक है तथा मोहम्मदपुर – शेखपुरदानी सड़क की मरम्मति आवश्यक है।
अलीनगर के विधायक अब्दुल बारी सिद्धिकी ने कहा कि डी.एम.सी.एच. में सी.सी.टी.वी. लगना चाहिए। जिला प्रशासन ने कोरोना एवं बाढ़ में सराहनीय कार्य किया है।
प्राप्त सुझाव के आलोक में जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।