– केवल ग्रामीण क्षेत्रों में ही इन नकली ब्रांड्स की हो रही सप्लाई
– प्रतिदिन लगाई जा रही लाखों रुपए के राजस्व की चपत
– प्राण घातक केमिकल्स से निर्मित बिक रहे नकली पेय पदार्थ
राज प्रताप सिंह (बीकेटी/लखनऊ) :: गर्मी का मौसम शुरू होते ही क्षेत्र में नकली पेय पदार्थों की बाढ़ आ गई है।कम पैसा लगाकर गांव के भोले भाले लोगों को असली कोल्ड ड्रिंक्स के नाम पर नकली पेय पदार्थ पिलाये जा रहे हैं।ऐसे डीलर इन पेय पदार्थों की सप्लाई कर रहे हैं जिनके पास कंपनी का दिया हुआ कोई बिल वाउचर नहीं है।इतना सब कुछ होने के बाद भी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों की नजर इन पर नहीं पड़ रही है। बताया जा रहा है कि खाद्य निरीक्षकों की मिलीभगत के चलते यह काला कारोबार संचालित हो रहा है।
बताते चलें कि इस समय चिलचिलाती धूप में गला तर करने के लिए केवल शीतल पेय पदार्थों का ही सहारा है। ऐसे में पेय पदार्थों की कंपनियां तो अपने प्रोडक्ट बना ही रही है।साथ ही ज्यादा पैसा कमाने की चाहत रखने वाले लोग नकली कोल्ड ड्रिंक्स बना कर धड़ल्ले से बाजार में सप्लाई कर रहे हैं।जो देखने में तो एक जैसी ही लग रही है।लेकिन यह सब गोरखधंधा जोरों पर फल फूल रहा है। बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र के नगर पंचायतों समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी धड़ल्ले से यह नकली कोल्ड ड्रिंक्स की सप्लाई हो रही है। डॉक्टरों की मानें तो इन नकली कोल्ड ड्रिंक्स में ऐसे हानिकारक केमिकल्स का प्रयोग किया जा रहा है।जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है।तमाम ब्रांड के नाम तो लोगों की जुबान पर रटे हैं। लेकिन कुछ ऐसे ब्रांड भी जिन्हें लोग जानते भी नहीं जो आजकल बड़े पैमाने पर सप्लाई की जा रही है यह कोल्ड्रिंक्स शहरों में नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में ही बिक्री हो रही है।
- कायस्थ महोत्सव 12 जनवरी को, जरूर पधारें …
- अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजेंद्र कर्ण मनोनीत
- एडीएम नीरज दास की अध्यक्षता में जिला स्थापना दिवस को लेकर बैठक
- जेडीयू नेता राजेश्वर राणा ने तेजस्वी यादव की घोषणा पर बोला हमला
- 2025 में जनगणना, बिहार में तैयारी शुरू
इस कंपनी के बारे में जब डीलर से पूछा जाता है तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में भोले-भाले ग्रामीण यह नकली पेय पदार्थ पीकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है लेकिन यह इससे होने वाली जानलेवा बीमारियों के बारे में नहीं जान पा रहे हैं।सीधा साधा ग्रामीण यही जान रहा है। कि उसने जो भी कोल्ड्रिंक्स पी है वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी कंपनी का ही पेय पदार्थ है।लेकिन उनके साथ यह काला कारोबार करने वाले धोखा कर अपनी मोटी कमाई करने में जुटे हैं। हालांकि इन नकली कंपनियों का जाल जिले भर में फैला है लेकिन यह ग्रामीण क्षेत्र में कुछ ज्यादा ही है।यह नकली कोल्ड ड्रिंक्स कारोबारी ग्रामीणों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर ही रहे हैं साथ ही सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना भी लगा रहे हैं। इतना सब कुछ होने के बाद भी जिला प्रशासन इन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। खास बात यह है कि विभाग के खाद्य निरीक्षकों को भी इसकी जानकारी नहीं है कुछ जानकारों की मानें तो विभाग के अधिकारियों की शह पर यह गोरख धंधा किया जा रहा है। जिससे उन्हें नजराना भी पेश किया जा रहा है। उधर क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वह चुप नहीं बैठेंगे और छोटे-छोटे बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
(फेसबुक पर Swarnim Times स्वर्णिम टाईम्स लिख कर आप हमारे फेसबुक पेज को सर्च कर लाइक कर सकते हैं। TWITER पर फाॅलों करें। वीडियो के लिए YOUTUBE चैनल को SUBSCRIBE करें)