राज प्रताप सिंह (लखनऊ ब्यूरो) :: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री जो भी फैसला लेंगे, उसका पालन करते हुए हम लोग कोरोना पर विजय प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती उत्तर प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूर हैं। अब तक 9 लाख से ज्यादा कामगारों और श्रमिकों को हम होम क्वारंटीन में भेज चुके हैं। इसमें से 7 लाख श्रमिक अपना होम क्वारंटीन कंपलीट कर चुके हैं। उनको हम नौकरी व रोजगार देने की तैयारी कर रहे हैं। औद्योगिक गतिविधियां बढाई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग में यह बात मुख्यमंत्री ने कही। उन्होंने करीब नौ मिनट के प्रस्तुतिकरण में कोरोना संक्रमण के खिलाफ अब तक किए गए कामों व तैयारियों का ब्यौरा रखा। उन्होंने कहा कि हमने आगरा, मेरठ व कानपुर जैसे संवदेनशील जिलों में विशेष नोडल अधिकारी भेजे हैं जो वहां की स्थिति पर नजर रखे हैं।
योगी ने कहा कि हमने आपके कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में ग्रीन जोन में स्थित उद्योगों को शुरू कर दिया है। आरेंज जोन में भी केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक शुरू किया जा रहा है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने कई बार यूपी के बारे में पूछा, इस कारण सीएम ने दो-तीन बार अलग से बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फंसे दूसरे राज्यों के लोगों को भेजने का इंतजाम किया जा रहा है। बसों व ट्रेनों से दूसरे राज्यों से लाखों लोगों का लाया गया। रेड जोन में खासी सख्ती की गई है। सरकार ने कोरोना जांच की तादाद भी बढ़ा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने व श्रमिकों के हित सुरक्षित रखते हुए श्रम कानून में बदलाव किया गया। यह उन्हीं जगह लागू किए जाएंगे, जहां नई यूनिट लगेंगी। इसके साथ उन पुरानी यूनिट में भी यह लागू होगा, जहां नए लेबर को रखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 15 लाख से अधिक लेबर इस समय रोजगार पाकर काम कर रही है।