राज प्रताप सिंह, लखनऊ/गोरखपुर। लखनऊ के बिजनौर क्षेत्र में 350 करोड़ रुपये की लागत से 15 एकड़ में फॉरेंसिक एवं पुलिस विश्वविद्यालय बनेगा। इसे गुजरात के फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसमें फोरेंसिक एक्सपर्ट तैयार किए जाएंगे। इस विश्वविद्यालय में भौतिकी, आग्नेयास्त्र विष विज्ञान, जीव विज्ञान, डीएनए, साइबर अपराध, रसायन व्यवहार विज्ञान एवं विधि जैसे विषयों से संबंधित विभाग होंगे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एमजी पीजी कॉलेज में कहा कि पुलिस विश्वविद्यालय के लिए राज्य कैबिनेट में जल्द ही प्रस्ताव पास किया जाएगा। सीएम के निर्देश पर पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने पिछले साल अगस्त में ही इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था।
इस विवि में फॉरेंसिक साइंस के दो पाठ्यक्रम प्रस्तावित हैं। पहला, एमएससी इन फॉरेंसिक साइंस दो वर्ष और चार सेमेस्टर का पूर्णकालिक पाठ्यक्रम होगा। इसमें दाखिले के लिए शैक्षिक अर्हता विज्ञान विषय की किसी भी शाखा, मेडिसिन, अभियांत्रिकी, फार्मेसी में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक या उसके समकक्ष ग्रेड के साथ स्नातक उपाधि होगी। दूसरा पाठ्यक्रम पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस की अवधि एक वर्ष की होगी। इसमें दो सेमेस्टर होंगे। इसमें दाखिले के लिए शैक्षिक अर्हता विज्ञान विषय की किसी भी शाखा, मेडिसिन, अभियांत्रिकी, फार्मेसी में न्यूनतम 50 प्रतिशत के साथ स्नातक उपाधि होगी।विश्वविद्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों के 496 पद प्रस्तावित किए गए हैं। इसमें वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार, कंट्रोलर, डीन के पदों पर नियुक्तियां होंगी। नियमों के तहत आने वाले अन्य काबिल लोग भी विश्वविद्यालय में अधिकारी के विभिन्न पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक परिसर के साथ प्रशासनिक भवन, महिला व पुरुष छात्रावास, व्याख्यान कक्ष, पुस्तकालय, ऑडिटोरियम, अतिथिगृह, खेलकूद का मैदान, स्विमिंग पूल, छात्रसंघ भवन एवं कैंटीन भी होगी।