डेस्क। देश की साइबर सेक्यूरिटी संभालने वाली टीम पर ही साइबर हमला हो गया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) हैकिंग का शिकार हुई है। इनमें दिल्ली कमिश्नर संजय अरोड़ा का मेल, MP पुलिस की जानकारी, BSNL के EPFO का डेटा और CERT-In के कई कर्मचारियों और सेक्यूरिटी प्रोजेक्ट्स की जानकारी शामिल है।
मिली जानकारी के मुताबिक यह चाइनीज या फिर पाकिस्तानी हैकर्स की करतूत बताई जा रही है। सर्ट-इन में यह इस साल का दूसरा सबसे बड़ा लीक है। इससे पहले फरवरी में बीएसएनएल के कर्मचारियों का ईपीएफओ डेटा लीक हुआ था। इसकी जांच जारी है।
लीक डॉक्यूमेंट में सर्ट-इन के कई कर्मचारी और सिक्योरिटी प्रोजेक्ट तक की जानकारियां हैं। सरकारी विभागों को भेजे कई अहम ई-मेल भी लीक हो गए हैं। इनमें अधिकारियों और कर्मचारियों के मेल और पासवर्ड डार्क वेब पर होने के संबंध में कार्रवाई का जिक्र है।
देश की सबसे बड़ी डिजिटल लैब ईएसएफ की इंटरनल रिपोर्ट भी लीक दस्तावेज में शामिल है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 53 सरकारी विभाग और निजी कंपनियां रैनसमवेयर अटैक का शिकार बन चुकी हैं।
दिल्ली और एमपी पुलिस के ई-मेल लीक
- लीक डेटा में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा के ई-मेल भी है। सर्ट-इन को भेजे मेल में पुलिस के नेटवर्क पर अटैक और रिस्पांस से जुड़ी जानकारी दी है।
- एमपी पुलिस के नेटवर्क पर सेंधमारी की जानकारी। इसकी मेल 29 फरवरी को एमपी पुलिस के साइबर एनालिस्ट रविंद्र सिंह राठौड़ ने साइबर टीम को भेजा।
- बीएसएनएल के एक जेटीओ सन्नी शर्मा का मेल। इसमें नेटवर्क पर अटैक की कोशिश और उससे बचने का तरीका बताया गया।
- इंडिया पोस्ट के नेटवर्क पर डीडॉस अटैक हुआ। सर्ट ने विभाग को अलर्ट भेजा था।
- सर्ट ने ऐसा ही अलर्ट देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी को भेजा। जवाब में मारुति सुजुकी के चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटीज ऑफिसर ने यह बताया कि इन खतरों को कैसे टाला।