सौरभ शेखर श्रीवास्तव की रिपोर्ट दरभंगा : उत्तर बिहार और मिथिलांचल के लोगों के लिए 5 जुलाई का दिन ऐतिहासिक रहा। दरभंगा एयरपोर्ट से 8 नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत स्पाइसजेट ने फ्लाइट शुरू की थी। इसके तकरीबन 8 महीने बाद देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने भी यहां से सेवा शुरू कर दी। इंडिगो ने दरभंगा से हैदराबाद और कोलकाता के लिए सीधी उड़ानें शुरू की हैं।
कोलकाता से पहली फ्लाइट को दरभंगा तक उड़ा कर लाने वाले पायलट सारण के सांसद और इंडिगो के कैप्टन राजीव प्रताप रूडी रहे। इस फ्लाइट में यात्री के तौर पर बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा मौजूद रहे। हैदराबाद और कोलकाता से दरभंगा पहुंचे यात्रियों ने इंडिगो की फ्लाइट शुरू होने पर खुशी जताई।
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
- Meet one of Bihar’s youngest entrepreneur RAJESHWAR RANA
- लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधियों को संरक्षण दे रहा है केंद्र सरकार – डॉ मुन्ना खान
- मिथिला के चाणक्य होटल मैनेजमेंट कॉलेज को मिला ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट कॉलेज 2024’ का सम्मान
- कई सीनियर IAS अधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट…
सारण के सांसद और कोलकाता से इंडिगो की पहली फ्लाइट के पायलट राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि आज उत्तर बिहार के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। रूडी ने कहा कि वे फुल यूनिफॉर्म में इंडिगो के ग्रुप कैप्टन के तौर पर इस फ्लाइट को कोलकाता से दरभंगा लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट तकनीकी दृष्टि से भी काफी समृद्ध है और यहां ऐसे उन्नत यंत्र लगे हैं कि फ्लाइट सेटेलाइट से सीधे संपर्क करती है और उसका जमीन से कोई संपर्क नहीं होता।
उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के विकास की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रीजनल कनेक्टिविटी की उड़ान योजना के तहत इस एयरपोर्ट को शुरू किया था और यह बेहद सफल एयरपोर्ट बन रहा है।
वहीं, बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि मिथिलांचल और उत्तर बिहार के लोगों ने यहां हवाई सेवा का सपना देखा था जिसे भाजपा और जदयू की सरकार ने पूरा कर दिया। उन्होंने कहा देश की सबसे बड़ी एयरलाइन्स कंपनी इंडिगो ने यहां से सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में एयर इंडिया जैसी कंपनियां भी यहां से सेवा शुरू करेंगी। संजय झा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर कई असुविधाओं के बीच बड़ी संख्या में यात्री यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट लो लैंड पर स्थित है। इस वजह से यहां जलजमाव और बाढ़ का खतरा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के भीतर तकरीबन 20 किलोमीटर में बनाए गए बांध जल संसाधन विभाग के तहत आते हैं। उन्होंने कहा कि वे इन बांधों पर पक्की सड़क बनाने काम शुरू करेंगे ताकि यहां समस्या न हो। संजय झा ने यह भी कहा कि जब तक नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार नहीं होता तब तक अस्थाई पार्किंग और यात्रियों के बैठने की सुविधा की व्यवस्था वे लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के लिए 78 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए एयर फोर्स में अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि अब बिहार कैबिनेट से पास होकर जल्द ही भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा।
वहीं, एक यात्री पूनम तालुका ने कहा कि वे हैदराबाद से चलकर इंडिगो की सीधी फ्लाइट में दरभंगा पहुंची हैं इससे उन्हें बेहद खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले स्पाइस जेट की फ्लाइट थी जो कैंसिल होती थी तो काफी दुख होता था। उन्होंने कहा कि अब दो विकल्प होने की वजह से काफी सुविधा हो गई है। उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट पर सुविधाएं बढ़ाए जाने की मांग की।
एक अन्य यात्री शंभू चौधरी ने कहा कि वे सीधी फ्लाइट से हैदराबाद से दरभंगा पहुंचे हैं। इसकी उन्हें बेहद खुशी है। उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर कई सारी असुविधाएं हैं। यहां पार्किंग की सुविधा नहीं है। साथ ही यात्रियों के बैठने के लिए भी जगह कम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि धीरे-धीरे यह समस्याएं दूर हो जाएंगी और इस एयरपोर्ट का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के तौर पर विकास होगा।