दरभंगा : जिला में अवस्थित मरने कमला नदी को फिर जीवंत करने की कार्य योजना पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसके गौड़ाबौराम प्रखण्ड के करकौली से बिरौल प्रखण्ड के सुपौल बाजार, भदहर के बीच लगभग 05 कि.मी. स्ट्रेच का जीर्णोद्धार करने हेतु निविदा प्रकाशित कर दी गई है।
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमण्डल, दरभंगा द्वारा बताया गया है कि मरने कमला के 05 कि.मी. स्ट्रेच के जीर्णोद्वार कार्य पर 1.99 करोड़ रूपया लागत आयेगा। इस हेतु निविदा प्रकाशित कर दी गई है और शीघ्र ही संवेदक को कार्य आवंटित कर दिया जायेगा।
जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा जिला में अवस्थित मरने कमला नदी के सम्पूर्ण भाग का जीर्णोद्धार करने पर बल दिया गया। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमण्डल, दरभंगा को एक सप्ताह के अंदर मरने कमला नदी के लगभग 50 कि.मी. स्ट्रेच का सर्वेक्षण कर प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा है। कहा है कि अगले हफ्ते वे खुद इस नदी का निरीक्षण करेगे।
बैठक में उपस्थित उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि मरने कमला नदी मधुबनी जिला से निकलकर दरभंगा जिला के सकरी नारायणपुर होते हुए – माधोपुर – भैरूख – रोहार-महमूद – करकौली – सुपौल बाजार – भदहर (बिरौल) – कुशेश्वरस्थान प्रखण्ड होते हुए करेह नदी में मिलती है।
उन्होंने बताया कि पुरानी कमला नदी की कई धाराएँ है, जो वर्त्तमान में मृतप्राय है। इसमें से बेनीपुर से कछुआ के बीच मरने जीबछ नदी भी शामिल है। जाले से केवटी के बीच भी कमला नदी की धारा है। इन सभी नदियों में गाद भर गया है। कहीं-कहीं पानी है। इन सभी नदियों का अधिकांश हिस्सों में भारी अतिक्रमण है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि सरकार की एक अत्यंत महत्वाकांक्षी जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत दरभंगा जिला की नदियों/तालाबों आदि का जीर्णोद्धार किया जायेगा। कहा कि मरने कमला नदी के जीर्णोद्धार हो जाने पर दरभंगा जिला में पानी की समस्या से निजात मिल सकेगी।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सुशील कुमार शर्मा, कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमण्डल, कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा), जाले/बेनीपुर/बिरौल आदि उपस्थित थे।