डेस्क : कर्ण कायस्थ महासभा मिथिला की सामाजिक-सांस्कृतिक और दर्शन को आधुनिक युग के सामाजिक परिवेश में अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से कर्ण कुम्भ मेला एवं संगोष्ठी का दो दिवसीय आयोजन आगामी 30-31 अक्टूबर को दरभंगा में करने जा रही है।
हृदय नारायण चौधरी की अध्यक्षता में चित्रगुप्त मंदिर परिसर, लक्ष्मीसागर में सम्पन्न हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। इस मौके पर कर्ण कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. के. कर्ण ने कहा कि अधिकांश युवा पीढ़ी में पश्चिमी सभ्यताओं को अपनाने में अभिरूचि दिखाई दे रही है। लेकिन अपने संस्कारों और पम्पराओं को अक्षुण्ण रखने के प्रति हमें सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रथम सत्र सामाजिक संस्कारों को लेकर होगा और कर्ण कायस्थ विभूतियों को सम्मानित किया जायेगा।
- पल्स पोलियो अभियान 21 तक, एक भी बच्चा छूटे नहीं – सिविल सर्जन दरभंगा
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
बैठक में सर्वसम्मति से अधिवक्ता चन्द्रधर मल्लिक को बिहार शाखा का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। इस मौके पर सुजित मल्लिक, कैलाश चन्द्र दास, बिरेन्द्र नाथ दास, उमाशंकर लाल, राकेश कर्ण, पंकज कुमार, सी.बी. कर्ण, आशीष नीरज, सविता दास, डॉ. हर्षनारायण लाल, प्रभाकर लाल कर्ण, अमरेन्द्र कुमार, रोहित कुमार दास, पंकज कुमार दास आदि उपस्थित थे।