फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं से मानव सहित फसलों पर पड़ रहा विपरीत प्रभावहाईकोर्ट के सख्त आदेशों को ठेंगा दिखा रहे जिम्मेदार
राज प्रताप सिंहबीकेटी/लखनऊ। बीकेटी विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत कुंभरामा रोड मिश्रीपुर धामामऊ मोहम्मद पुर सरैया ग्रामीण बस्ती के बीच कई वर्षों से लगातार धड़ल्ले से फलपट्टी को अनदेखी करते हुए फैक्ट्रियों का संचालन जोरों पर है मील व फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं के साथ केमिकल युक्त दूषित जहरीले पानी से जहां क्षेत्र में आस-पास के गांव में बीमारियों को बढ़ावा दे रहा क्षेत्र में टीवी,अस्थमा,ब्रोंकाइटिस डायरिया,रूबेला जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे इतना ही नहीं गर्भ में पलने वाले बच्चों को भी इसका खतरनाक असर देखा जा रहा है। चिमनी से निकलने वाले जहरीले धुएं से क्षेत्र में फलदार वृक्षों का फसलों को दूषित प्रभाव पड़ रहा है। वायु प्रदूषण के चलते फसल उत्पाद पर असर के साथ मानव जीवन पर अत्यधिक प्रभाव पड़ रहा। जबकि प्रशासन की तरफ से फलपट्टी क्षेत्र में फैक्ट्रियों अधिष्ठान फलपट्टी के तहत कई वर्ष पूर्व से ही रोक लगाई गई है।
हाईकोर्ट के आदेशों को नकार रहे जिम्मेदारआबादी के निकट संचालित होने वाली फैक्ट्रियों पर एक सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने रोक लगाई थी सुनवाई के चलते एक अक्टूबर 2015 में हाई कोर्ट ने सख्त आदेश दिया था बस्ती व फलपट्टी के बीच फैक्ट्रियों का संचालन रोक लगाने का आदेश दिया था। हाई कोर्ट के अनुसार सभी जिला अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया गया था ग्रामीण बस्तियों बस्ती के बीच फैक्ट्रियों और मील संचालन पर रोक लगाई गई थी। हाईकोर्ट के आदेशों को दरकिनार कर मील माफिया बस्ती के बीच धड़ल्ले से अपना जहरीला धुआं उगल रहे।सभी प्रकार के आदेशों पर आख्या लगाकर कागजी खेल खेल रहे जिम्मेदार।
फसलों की पैदावार पर प्रभावबीकेटी क्षेत्र अंतर्गत गेहूं,सरसों,गोभी,मटर सब्जी फसलों सहित फलदार वृक्षों पर फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से विपरीत प्रभाव पड़ रहा जिसके चलते पैदावार क्षमता मैं लगातार कमी पाई जा रही है।
विभाग साधे चुप्पीउत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड साथ ही स्थानीय प्रशासन जिला अधिकारी सहित उद्यान विभाग भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं।
बोले जिम्मेदार
मील फैक्ट्रियों के बारे में अभी मुझे जानकारी मिली है ऐसा संचालन फलपट्टी में पाया जाता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
एसपी गुप्ता
अपर जिलाधिकारी