दरभंगा : सोमवार सुबह हुए रेल हादसे में पांच की मौत हो गई. घटना के बाद गुस्साए लोगों ने रामभद्रपुर स्टेशन और स्टेशन पर खड़ी समस्तीपुर-जयनगर डीएमयू ट्रेन में काफी तोड़फोड़ कर दी. लोगों ने स्टेशन मास्टर की बाइक में आग भी लगा दी. सभी रेलकर्मी किसी तरह से स्टेशन छोड़कर भाग खड़े हुए और अपनी जान बचायी.
परिजनों और स्थानीय लोगो ने बताया कि बिना हॉर्न दिए तेज रफ्तार से ट्रेन गुजर गई और हादसे में कई लोग अकाल मौत के शिकार हो गए. घटना के बाद से समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर सभी ट्रेनों का परिचालन बंद है. लोगों ने तीनों शवों को रेलवे ट्रैक पर ही रखकर यातायात को ठप्प कर रखा है और घटनास्थल पर रेलवे के डीआरएम को बुलाने, सभी को उचित मुआवजा देने, आश्रितों को नौकरी देने और दोषी रेलकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है। मंडल रेल कमांडेंट अजय कुमार ने बताया कि रामभद्रपुर स्टेशन के आउटर सिग्नल के पास एक तालाब है जिसमें हर साल की तरह इस बार भी छठ पर्व मनाया जा रहा था.
छठव्रतियों के काफी सारे परिजन घाट के किनारे रेलवे ट्रैक पर ही खड़े थे. उसी समय दिल्ली से तेज रफ्तार से वापस दरभंगा लौट रही ट्रेन की चपेट में कई लोग आ गए. इसमें एक बच्ची, एक युवक समेत एक व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. उन्होंने बताया कि इस घटना मे रबीना कुमारी (12 वर्ष), सत्यम कुमार (16वर्ष) और महेन्द्र राय (50 वर्ष) की कटकर मृत्यु हो गई जबकि रामचन्द्र राय और समशेर नदाफ गंभीर रूप से घायल हो गए.