डेस्क : शक्तिकांत दास को भारतीय रिज़र्व बैंक का नया गवर्नर बनाया गया है. शक्तिकांत दास 2015 से 2017 तक आर्थिक मामलों के सचिव रहे और पिछले साल ही इस पद से रिटायर हुए हैं. नवंबर 2016 में की गई नोटबंदी की योजना तैयार करने वाली
टीम में उनकी भूमिका अहम बताई जाती है. शक्तिकांत दास अभी 15वें वित्त आयोग के सदस्य हैं.शक्तिकांत
दास का आरबीआई गवर्नर का कार्यकाल तीन साल का होगा. वो उर्जित पटेल की जगह लेंगे. उर्जित पटेल ने सोमवार को गवर्नर पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. अभी पटेल के कार्यकाल में नौ महीने शेष थे. पटेल ने इस्तीफ़े के पीछे निजी वजह बताई थी. दास को वित्तमंत्री अरुण जेटली का ख़ास बताया जाता है. जेटली ने कई बार सार्वजनिक तौर पर उनके प्रशासनिक कार्यकौशल की तारीफ़ भी की है.
माना जाता है कि 8 नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नोटबंदी का फ़ैसला आने से पहले जिस ख़ास टीम ने इस विषय पर काम किया था, उसमें शक्तिकांत दास ने अहम भूमिका निभाई थी.
बीजेपी सरकार शशिकांत दास को वित्त मंत्रालय में लेकर आई थी, ताकि वो रिवेनयू विभाग की अध्यक्षता कर सके। लेकिन बाद में उन्हें आर्थिक मामलों में भेज दिया गया. जहां पर उन्होंने साल 2016 में प्रधानमंत्री के नोटबंदी के कदम की आगे होकर मदद की. सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बीच विवादों के बीच बोर्ड की बैठक से कुछ दिन पहले उर्जित पटेल ने सोमवार को गवर्नर पद से अचानक इस्तीफा देते हुए सबको चौंका कर रख दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे में व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था. हालांकि, उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद विपक्ष ने हमलावर रूख अख्तियार करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और लोकतांत्रिक संस्थाओं को तहस नहस करने का आरोप लगाया.