अफसर तय करें किसके साथ संवेदना बरती जाए और किसके साथ सख्ती : योगी
राज प्रताप सिंह(उत्तर-प्रदेश राज्य प्रमुख)
लखनऊ।चुनावी मौसम में हो रहे आईएएस वीक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के अच्छे काम की सराहना तो की साथ ही नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि कहा कि अफसरों को तय करना होगा कि किसके साथ संवेदना बरती जाए व किसके साथ कड़ाई। क्योंकि किसी गरीब के जीवन में खुशहाली लाने के लिए इनकी बड़ी भूमिका हो सकती है। सीएम ने कहा कि अधिकारी जनता पर बोझ नहीं संबल बनने का काम करें। अफसर यूपी की छवि और बेहतर बनाने के लिए सक्रिय प्रयास करें। जब वरिष्ठ अधिकारी ऐसा करेंगे तो उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी इसमें अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने बेशक अच्छा काम किया है लेकिन अभी और बहुत कुछ करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आईएएस वीक के दूसरे दिन विधानभवन में हुए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने उत्तर प्रदेश के परिदृश्य को बदलने का काम किया है, जिसका परिणाम यह रहा है कि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुष्मान योजना, स्वच्छता अभियान समेत तमाम योजनाओं में अच्छा काम हुआ है। कुंभ मेले के भव्य आयोजन व प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में भी अफसरों की भूमिका को उन्होंने सराहा।
सीएम ने कहा बच्चे व महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को रोका जाए। ऐसी व्यवस्था हो कि अधिकारी खुद पीडि़त महिलाओं व बच्चों तक पहुंचें। सीएम ने कहा कि संवाद स्थापित न होने से भ्रम की स्थिति के चलते काफी समस्याएं होती हैं। यह सच है कि नियमित संवाद से अधिकारियों को अपने जिले व विभाग की जमीनी हकीकत से रूबरू होने का अवसर भी मिलता है। सीएम ने कहा कि कभी कभी तो पंचम तल को नहीं पता होता है कि हमें यह जानकारी कैसे मिल गई।
सम्मेलन में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीर कुमार, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभात कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। पिछली बार के आईएएस वीक के दौरान जहां मुख्यमंत्री के अधिकारियों के प्रति तेवर जहां खासे तल्ख थे वहीं इस बार उनका रवैया खासा नर्म रहा।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने छोड़ दिया था स्नान का इरादा
सीएम ने कहा कि अफसर वही हैं लेकिन अब सरकार बदलने के बाद वही अफसर और बेहतर काम कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब 2013 में प्रयागराज में हुए अर्द्ध कुंभ मारीशस के प्रधानमंत्री संगम आए थे। पर, वहां पानी स्वच्छ न होने, गंदगी व अव्यवस्था होने के कारण उन्होंने संगम में स्नान का इरादा छोड़ दिया और वैसे ही वापस चले गए। इस बार जब वह कुंभ में प्रयागराज आए तो उनका स्नान का इरादा नहीं था लेकिन यहां स्वच्छ अविरल पानी व सुंदर व्यवस्था देख कर उन्होंने संगम में स्नान किया। उन्हीं अफसरों ने बेहतर काम कर दिखाया।