डेस्क : 46 वर्ष पूर्व दरभंगा पुलिस रेंज के शुरूआत हुई। 46 वर्ष संपन्न भी नहीं हुआ की पुलिस मुख्यालय के नए आदेश से दरभंगा डीआईजी पद का कार्यकाल का समाप्त हो गया। पुराना जोन होने के कारण अब यहां रेंज के अधिकारी जोनल आईजी होंगे। लेकिन रेंज के लिए नामित डीआईजी का पद समाप्त हो गया। 15 अगस्त 2019 से नई व्यवस्था लागू हो रही है। पहले डीआईजी के रूप में बी एन प्रसाद 31 अक्टूबर 1973 से 2 जनवरी 1975 तक कार्यकाल रहा।
वहीं अंतिम और 37 वें डीआईजी के रूप में क्षत्रनील सिंह जो 4 जनवरी 2019 को योगदान दिए थे। जिनका कार्यकाल 15 अगस्त तक रहा। लंबे अंतराल के बाद डायरेक्ट आईपीएस के रूप में क्षत्रनील सिंह को दरभंगा का डीआईजी बनाया गया था। इससे पूर्व 2 टर्म विनोद कुमार 1 टर्म सुकन पासवान अनवर हुसैन और उमाशंकर सुधांशु दरभंगा डीआईजी का पद संभाल चुके हैं। हालांकि इससे पूर्व भी कई डायरेक्ट और इनडायरेक्ट आईपीएस यहां डीआईजी रहे। यहां का खासियत यह रहा कि यहां डीआईजी पद संभालने वाले राज्य के पुलिस मुखिया आनंद शंकर आदि भी हुए। क्षत्रनील सिंह के आने के बाद दरभंगा रेंज के तीनों जिलों की क्राइम समीक्षा कर पुलिसिंग में तेजी आई। इनकी ओर से समय-समय पर रेंज के एसपी की बैठक और क्षेत्र भ्रमण चर्चा में रहा। जनता की बात सुनना और त्वरित न्याय आदि पर निर्णय लेना इनकी विशेष खासियत रही।
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अब दरभंगा पुलिस के इतिहास में डीआईजी क्षत्रनील सिंह का नाम अंतिम डीआईजी के रूप में इतिहास बना। दरभंगा जोन 10 जिलों से सिमटकर दरभंगा रेंज का स्वरूप ले लिया। अब इसके अधिकारी आईजी स्तर के होंगे। वर्तमान आईजी पंकज कुमार दराद सरल स्वभाव कड़ी पुलिसिंग के लिए जाने जाने वाले अधिकारी हैं। 10 के बदले 3 जिलों के बड़े अधिकारी के रूप में कार्य संभालेंगे।