चकरनगर ( डॉ एस बी एस चौहान ) : किसान अपनी फसल की सुरक्षार्थ अपनाते हैं घटिया किस्म के भी हथकंडे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आंखों पर बंधी है गांधारी पट्टी, गोवंशों का ही नहीं इंसानों को भी पहुंचाए जा रहे हैं गहरे जख्म। स्मरणीय रहे कि निवर्तमान जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे व उप जिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह आईएएस ने जनपद व तहसील में आरा वाले तार किसानों के द्वारा फसल सुरक्षार्थ लगाने पर पूर्ण पाबंदी लगा दी थी। दुकानदार जो इन ब्लैड युक्त तारों को बेच रहे हैं उनकी दुकान और गोदाम को भी सीज करने के लिए दे दिए थे सख्त आदेश।
अब ऐसा आभास होता है कि जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन ने आरा युक्त/ ब्लैड तारों को लगाने की पूर्ण छूट दे दी हो। किसान अपने अपने खेतों पर ही नहीं आम रास्तों को भी बंद कर देते हैं पशु रास्ते निकलना या रात अंधेरे में मनुष्य को भी निकलना किसी प्रकार के लिए खतरे से खाली नहीं है।
- दरभंगा AIIMS भूमि अधिग्रहण मामले में नहीं दिया नोटिस, मुआवजा भी नहीं मिला
- शोभन बाईपास में एम्स निर्माण सीएम नीतीश की दुरगामी सोच – राजेश्वर राणा
- इंस्पिरेशन इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित हुए एसआई अनूप मिश्रा अपूर्व
- राजेश्वर राणा ने घायल बाज का किया रेस्क्यू, प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग को सौंपा
- पत्रकार के साथ लहेरियासराय थाना की पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई का दिया आदेश
जरा सा भी शरीर इधर उधर ही हिल जाने पर फट सकते हैं कपड़े और शरीर। जबकि ब्लड युक्त तारों को लगाने पर सरकार और अदालत ने भी इस पर पाबंदी लगाई है पर यह सारे आदेश ताक में रखकर जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन गांधारी पट्टी बांधकर कुछ भी देखने को तैयार नहीं है।Attachments area