लखनऊ ब्यूरो (राज प्रताप सिंह ) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जेलें कानून की सख्ती का आधार होती हैं। जेलों में कैदियों को रखकर सजा दिलाई जाती हैं। अब जेलें केवल सजा काटने का स्थान नहीं होंगी वरन कैदियों को सुधारने, उनमें सकारात्मक सोच पैदा करने और कैदियों को सृजनात्मक कार्य से जोड़ने का केंद्र भी बन रही हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को अम्बेडकरनगर जिला मुख्यालय अकबरपुर के मरैला में निर्मित जिला कारागार का लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। प्रदेश के 72वें कारागार का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेलों में बन्द कैदियों को जल्द सजा सुनाने की दिशा में प्रदेश सरकार तेजी से काम कर रही है। सीएम ने कहा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। ऐसे में जेलों में बंद कैदियों को सृजनात्मक और सकारात्मक कार्य में लगाया जा रहा है। कभी कताई मिल रही मरैला मिल के स्थान पर प्रदेश के 72वें जिला जेल का समारोह पूर्वक मुख्यमंत्री की ओर से लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश को के विकास का बैकुम पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जेलों को डिजीलाइट किया जा रहा है। 62 जिलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों से जेल के अंदर बाहर और आसपास की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। अपराधियों को त्वरित सुनवाई करके सजा दिलाई जाएगी।
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920 कैदियों की क्षमता का है जेल
जिला जेल का निर्माण 51.7 एकड़ जमीन पर हुआ है। इसकी क्षमता 920 कैदियों की है। 800 पुरूष, 60 महिला और 60 अल्पवयस्क को कैद रखने की व्यवस्था है। नए जिला जेल में 24 बेड का चिकित्सालय भी है।
महिला अपराध रोकने पर सरकार गम्भीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध पर सरकार गम्भीर है। सरकार ने आज ही 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट को मंजूरी दी है। पॉक्सो कोर्ट की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की है। 74 नए फास्ट ट्रैक कोर्ट महिलाओं के मामले त्वरित निस्तारित करेंगे।