डेस्क : आगामी 26 अक्टूबर 2019 को जल-जीवन हरियाली अभियान का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम, पंचायत स्तर तक कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे। पूर्व में यह कार्यक्रम 02 अक्टूबर 2019 को निर्धारित था लेकिन अपरिहार्य कारणवश तब यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था।
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जिलाधिकारी ने कहा है कि जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत दरभंगा जिला में एक दिन में 4 लाख पौधारोपण किया जायेगा। पौधारोपण का यह कार्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होगा।
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. द्वारा बताया गया कि जिला के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पौधारोपण करने के बाद उसके रख-रखाव एवं सुरक्षा की भी समूचित व्यवस्था की जायेगी। सभी संबंधित पदाधिकारियों को पौधारोपण हेतु स्थल का चयन करके इसकी सूची डी.आर.डी.ए. कार्यालय में भेजने को कहा गया है। उन्हें पौधारोपण हेतु चयनित स्थलों में कौन-कौन प्रजाति, बेरायटी का पौधा लगाया जायेगा, इसकी संख्या क्या होगी, इस का रख-रखाव एवं सुरक्षा कैसे होगी, ऐसी तमाम सूचनाएँ संग्रहित कर समेकित प्रतिवेदन भेजने को कहा गया है।
पौधारोपण का कार्य सरकारी कार्यालयों, संस्थानों के परिसरों, ग्रामीण सड़कों, पी.डब्लू.डी. सड़कों आदि के किनारे किया जायेगा। उन्होंने कहा है कि जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत ऊर्जा के वैकल्पिक श्रोतों से ऊर्जा उत्पादन तथा वर्तमान ऊर्जा की खपत में कमी लाने के लिए लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। अधीक्षण अभियंता विद्युत अंचल, दरभंगा द्वारा सरकारी कार्यालयों में ऊर्जा की खपत का अनुश्रवण एवं विश्लेषण का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष की ऊर्जा की खपत में 50 प्रतिशत् तक कमी लानी है। बहुत से कार्यालयों में अनुमान से ज्यादा बिजली की खपत देखी जा रही है। शहरी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट दिन में भी जलते हुए पाये जाते हंै। ज्यादातर सरकारी कार्यालयों में बिजली के पुराने बल्ब, ट्युब लाइट, पंखे लगे हुए है, जिसमें बिजली की अपेक्षाकृत ज्यादा खपत होती है। इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है। आवश्यकतानुसार ही बिजली की खपत करने हेतु अधिकारियों, कर्मियों को सचेष्ठ रहना होगा।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, प्रशिक्षु सहायक समाहर्ता विनोद दूहन, निदेशक, डी.आर.डी.ए. वसीम अहमद, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सुशील कुमार शर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी, डी.ई.ओ., कार्यपालक अभियंतागण एवं सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मनरेगा पी.ओ. आदि उपस्थित थे।