बेगूसराय/बीहट (धर्मवीर कुमार संवाददाता): स्वर्ग धाम के समान प्रतिष्ठित है सिमरिया धाम उक्त बाते कुम्भ का ध्वजारोहण एवं दीप प्रज्वलित करते हुए सिमरिया धाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने बिहार में हुए पूर्ण शराबबंदी के बारे में कहा बिहार के जन-जन की आवाज थी जिसे सरकार ने स्वीकारा और इसे पूरा किया। उन्होंने आगामी 21 जनवरी 2018 को बाल विवाह और दहेज प्रथा को लेकर महा श्रृंखला में भाग लेने की अपील लोगों से की। आगे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के बारे में अपनी बात रखते हुए कहा कि जब देश के संत और समाज एक साथ इसके लिए प्रयास कर रहे हैं तो उसमें सरकार पीछे नहीं रहेगी। अब सिमरिया घाट नहीं यह सिमरिया धाम हो चुका है। बेगूसराय का जिक्र करते हुए कहा कि बेगूसराय की धरती सांप्रदायिक सद्भाव की धरती है यहां कृषि और संस्कृति के क्षेत्र में प्रयोग होते रहे हैं। वहीं बिहार सरकार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि सदियों से कल्पवास की यहां परंपरा रही है अभी हमारा कुंभ शिशु अवस्था में है और निश्चित रुप से युवावस्था में आएगा। बेगूसराय के प्रभारी मंत्री सह श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारा व्यवहार सेवा का हो ताकि बिहार कि पहचान विश्व स्तर पर बन सके। मंत्री श्री सिन्हा ने कहा कि धर्म के हित में जो धारा है वहीं राम की राह है। वहीं बनारस से पधारे परवोधानंद जी महाराज ने कहा की राम राज कहा और सुना करते थे।
आज नीतीश कुमार ने सूबे में पूर्ण शराबबन्दी कर राम राज कायम किया है। कहा की नीतीश जी महाराज का हरिद्वार में भी स्वागत होगी। कुंभ के प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी के महंत माधव दास जी महाराज ने कहा देश फिर से विश्व गुरु होने जा रहा है। माता जानकी की नगरी है जो भगवती की धरती पर नहीं आएगा उसके ऐसा अभागा कोई नहीं होगा संत हठ योगी बाबा ने कहा की सिमरिया की धरती बदलाव की ओर है। इसमें सरकार का सहयोग अपेक्षित है। मुख्यमंत्री ने बिहार में जिस तरह का काम किया है मैं इसके लिए इनका हरिद्वार में भी स्वागत करता हूं। जबकि पंच दशनाम जूना अखाड़ा के स्वामी प्रबोधानन्द गिरी जी महाराज ने कहा राम राज्य की कल्पना को नीतीश कुमार ने पूरा किया है शराबबंदी के बाद इस महाकुंभ का उद्घाटन करते हुए इसे एक मूर्त रुप दिया है। मौके पर श्री दिगंबर मणि अखाड़ा के महंत मधुवन दास जी महाराज, चरण पादुका अखाड़ा अयोध्या के राम कृपाल दास जी महाराज, दिव्यानंद सरस्वती जी महाराज, शिव राम दास जी महाराज, ब्रह्मकुमारी प्रजापति ईश्वरीय विश्वविद्यालय की रानी दीदी, संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. रामचन्द्र झा, साहित्यकार बुद्धिनाथ मिश्र, पत्रकार श्याम सहाय, रविन्द्र ब्रहमचारी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। मंच का संचालन विधान पार्षद सह कुंभ सेवा समिति के महासचिव रजनीश कुमार किया गया। जबकि पूर्व विधान पार्षद रूदल राय, जदयू नेता प्रो. आलोक बर्द्धन, संजय पासवान, मो. अब्दुल्लाह, मो. जुल्फकार, मो. एहतेषामुलहक अंसारी, मो. नदीम, अस्मतुल्ला बुखारी के द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।