दरभंगा : हसनचक में अफगानिस्तान के बुद्ध टेंपल का स्वरूप दिया गया है साथ ही विधिपूर्वक पूजा भी की जा रही है। अन्य वर्षों की भांति इसबार भी पंडाल को आकर्षक ढंग से सजाया गया. शास्त्रीय विधान के आधार पर भगवती के विविध रूपों की पूजा की जा रही है. पूरे पंडाल पर सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है.
मुंबई से आए डिजाइनर खास अंदाज में बिजली से सजावट को स्वरूप दिये हैं वहीं विविध देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की गई. मुजफ्फरपुर से मूर्तिकार प्रतिमा निर्माण किये हैं. यहां सजावट के साथ ही परंपरा की रक्षा व भक्ति पर विशेष जोर दिया गया है.
1986 से यहां भगवती की पूजा-अर्चना की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार कई वर्षों से इस समिति को पहला पुरस्कार दिया गया है।इस वर्ष भी काफी संख्या में लोग लंबी लाइन लगाकर माँ के दर्शन के साथ सजावट का लुत्फ उठा रहे हैं. नजारा ऐसा मानों दरभंगा नहीं अफगानिस्तान में हो जहाँ का बुद्ध टेंपल का हूबहू स्वरूप पूजा पंडाल को दिया गया है. पूरे शहर में यहां की पूजा, पंडाल व सजावट की चर्चा हो रही है.
नवरंग सार्वजनिक दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार मंडल ने बताया कि हर साल की भांति इसबार भी मैया की पूजा धूमधाम से हो रही है. विधिपूर्वक पूजा हमारी प्राथमिकता है। आने वाले दर्शनार्थियों को काेई परेशानी न हो, इसका पूरा ख्याल रखा गया है. समिति के सचिव राकेश कुमार दास ने कहा कि सजावट में इस बार बिजली की खास व्यवस्था की गई है. सुरक्षा पर भी विशेष चौकसी रखी गई है. सीसीटीवी व ड्रोन कैमरा से नजर रखी जा रही है. लगातार मिल रहे पुरस्कार की परंपरा को इस वर्ष भी कायम रखने का प्रयास है। पूजा संपन्न कराने में समिति के पदाधिकारी, सदस्य व स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है.