चंद्रिका देवी मंदिर रोड स्थित मंझी घाट की घटना
राज प्रताप सिंह/कुुुश बाजपेई
बीकेटी।चंद्रिका देवी मंदिर रोड स्थित मंझी घाट पर गोमती नदी में बुधवार को रामडोल विसर्जन के दौरान छह युवक तेज बहाव में बह गए। पांच युवक तैरकर बाहर निकल आए जबकि दूध कारोबारी का इकलौता बेटा सुभाष (19) डूब गया। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश कराई लेकिन सफल नहीं हो सके। देर रात उसकी तलाश जारी थी।
बीकेटी के जोतपुर गांव में बुधवार को रामडोल विसर्जन का कार्यक्रम था। इस पर दर्जनों ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्राली और हाफ डाला में बैठकर चंद्रिका देवी मंदिर रोड स्थित मंझी घाट पहुंचे। एक नाव में आठ लोग सवार हुए जबकि जोतपुर गांव निवासी दूध कारोबारी सुन्दरलाल का बेटा सुभाष यादव समेत छह युवक नाव को पकड़कर पानी में तैरते हुए आगे बढ़ने लगे।
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नाव का संतुलन बिगड़ने पर मल्लाह ने छोड़ने को कहा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोमती नदी के बीच में पहुंचे। तेज बहाव के पानी में तैर रहे युवकों का संतुलन बिगड़ गया। नाव पलटने की कगार पर आ गई। इस पर मल्लाह ने उन्हें नाव छोड़ने की हिदायत दी। युवकों ने नाव छोड़ दी और पानी में तैरकर बाहर निकल आए। पर, सुभाष नहीं निकला। लोगों ने सुभाष को तलाशना शुरू किया।
पिता ने घर में नहीं दी जानकारी
सुभाष कानपुर विश्वविद्यालय का छात्र है। परिवार में मां संजू, छोटी बहने रुचि, शशि व दामिनी है। बताया जा रहा है सुन्दरलाल ने सुभाष के डूबने की खबर घर में नहीं दी है। पुलिस का कहना है उसकी तलाश में कई गोताखोरों को लगाया गया है।