दरभंगा : बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग कर 1 अप्रैल 1912 से स्थापित बिहार एण्ड उड़ीसा राज्य स्थापना दिवस पर वरीय अधिवक्ता अरुण कुमार सिंहा “अमर” की अध्यक्षता में राज्य स्थापना दिवस का आयोजन सोमवार को वकालतखाना में किया गया। वकील राजीव रंजन ठाकुर उर्फ बाला जी ने कहा कि आज बिहार प्रांत स्थापना दिवस है। आज खुशी का अवसर है।
राज्य स्थापना के लिए भारत के संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा का प्रयास सराहनीय रहा। वरीय वकील तपस कांति सेन ने कहा कि 1 अप्रैल 1912 से स्थापित प्रांत का एक विभाजन 1 अप्रैल 1936 को हुआ। उस वक्त उड़ीसा प्रमण्डल को हमारे राज्य से अलग कर कुछ और भू-भाग को मिलाकर उड़ीसा प्रांत बना दिया गया। वकील अब्दुल मालिक खां ने कहा कि 1 अप्रैल 1912 से स्थापित करने के लिए “बिहार एण्ड उड़ीसा “प्रांत की अधिसूचना 22 मार्च को जारी की गई थी। उक्त अधिसूचना संख्या 289 में 5 प्रमंडल के 21 जिले को जोड़ा गया था।
कार्यक्रम में अमरनाथ झा, राम उदित झा, विनोद ठाकुर, मायाशंकर चौधरी, मनोज कुमार मनमौजी, विजय कुमार चौधरी, शिवशंकर झा, सुधीर कुमार चौधरी, विष्णु कान्त चौधरी, मृदुला सिंह, चन्दा वर्मा, किरण कुमारी, अनिता आनन्द सहित दर्जनों अधिवक्ता मौजूद थे।