डेस्क : दिल्ली-एनसीआर में कई दिनों से चल रही चोटी कटने की ताबड़तोड़ वारदात अब हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के साथ बिहार में भी शुरू हो गई है। चोटी कटवा का आतंक बिहार पहुंचने से महिलाएं डरी सहमी है। फरीदाबाद, पलवल, हथीन, गुड़गांव, फिरोजपुरझिरका और ग्रेटर नोएडा से पिछले 24 घंटों में कई महिलाओं व लड़कियों की चोटी काटे जाने की सूचनाएं हैं। किसी भी मामले में पीड़ितों की ओर से चोटी काटने वाले को नहीं देख पाने से पुलिस भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है। दिल्ली एनसीआर में पिछले 24 घंटों में 32 महिलाओं-बच्चियों की चोटियां काटी गई हैं।
चोटी काटकर दहशत फैला रहे गिरोह के अपराधियो को सक्रियता बिहार में बढ़ती जा रही है। ताजा मामला पश्चिम चंपारण के बगहा का है। बगहा में बीती रात किसी अपराधी ने एक युवती की चोटी काट डाली। इसके पहले ऐसी घटनाएं पूर्वी चंपारण के मोतिहारी, कटिहार व मुजफ्फरपुर में भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है।
जानकारी के अनुसार देर रात बगहा के लौकरिया थाना अंतर्गत रामपुर गांव निवासी नौशाद आलम की पत्नी शबनम खातून बंद कमरे में सोई थी। रविवार की सुबह जब वह उठी तो उसके बाल कटे मिले। घटना को लेकर इलाके में दहशत का माहौल है। लौकरिया के थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने कटे बाल व कैंची बरामद किए हैं।
विदित हो कि इसके एक दिन पहले कटिहार जिले के रौतारा थाना क्षेत्र के राजवाड़ा गांव में बंद घर में सोई सावित्री देवी के बाल किसी ने काट डाले। सावित्री के अनुसार शुक्रवार की देर रात करीब डेढ़ बजे उसकी नींद खुली तो उसने अपने बाल कटे पाए। मुजफ्फरपुर के बंदरा प्रखंड की मतलुपुर पंचायत के बखरदौरा गांव में भी शुक्रवार की देर रात दो लड़कियों और एक महिला की चोटी कटने की घटना से सनसनी फ़ैल गई। इसके पहले पूर्वी चंपारण में भी ऐसी एक घटना समाने आई थी।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर ग्रामीण समाज में अफवाहों का बाजार भी गर्म है। कुछ लोगों ने इसे संगठित गिरोह की तो कुछ शरारती तत्वों की करतूत बता रहे हैं। इस बीच अंधविश्वास से जकड़े समाज के कुछ लोग इसके पीछे ‘चोटीकटवा चुड़ैल’ का हाथ बता रहे हैं, जिससे निजात पाने के लिए जगह-जगह पूजा- पाठ का दौर भी आरंभ है।