राज प्रताप सिंह, लखनऊ ब्यूरो।
उत्तर प्रदेश में तबलीगी जमात के 1551 लोग चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 1257 को क्वारंटाइन कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने मंगलवार को कहा कि तबलीगी जमात के बारे में जो सूचना है, उसके मुताबिक अब तक 1551 लोगों की पहचान की गई है। इनमें से 1257 का परीक्षण कर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है।
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अवस्थी ने बताया कि मेरठ से 232, बरेली से 227, कानपुर से 10, वाराणसी से 213, लखनऊ से 92, आगरा से 131 इनमें शामिल हैं। विदेशियों का ब्योरा देते हुए उन्होंने बताया कि 323 विदेशी चिन्हित किए गए हैं जिनमें से 259 के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं। शेष 64 नेपाली हैं, जिनके पास कोई पासपोर्ट नहीं है। अवस्थी ने बताया कि धारा-188 में 34, 650 लोगों के खिलाफ 10, 803 प्राथमिकी दर्ज की गई। एक करोड़ 20 लाख वाहनों की जांच की गई 26 लाख वाहनों का चालान किया गया। लगभग पांच करोड रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर 11,728 बंदियों को जमानत या पैरोल पर छोड़ा गया। इसी प्रकार 248 बाल कैदियों में से 33 को छोड़ दिया गया है।
वहीं उत्तर प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश के 37 जिले कोरोना संक्रमण से प्रभावित हैं और 22 मरीज इलाज के बाद ठीक होकर घर जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात के मरीजों की संख्या 168 है। इस प्रकार कुल कोरोना वायरस मरीजों में उनकी संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा है। प्रमुख सचिव ने बताया कि 6073 नमूने लैब में भेजे गए थे, जिसमें से 5595 मामले नेगेटिव निकले और 314 मामले कोरोना वायरस संक्रमित आए। प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से बहुत सारे लोगों को मानसिक तनाव हो रहा है। ऐसे में तय किया गया है कि उनकी काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।