टाटीझरिया (राजू यादव): पिछले वर्ष जुलाई में प्रखंड के नकस्ल प्रभावित क्षेत्र बेडम में नकस्लियों के द्वारा उडाये गऐ पुल पर अभी तक एक वर्ष बाद भी किसी भी प्रतिनिधि या पदाधिकारी का ध्यान इस ओर आकर्षित नहीं हुआ है। नकस्लियों ने इस पुल को धवस्त करने के साथ-साथ सडक निर्माण और पुल निर्माण में लगे जेसीबी, ट्रैक्टर, रोलर मशीन को भी फूंका था। बताते चलें कि ये बेडम पुल टाटीझरिया को विभिन्न गांव जैसे आंगो, जोलमी, चुरचु, पलमा, वुदलु, चोंचा, परतंगा, मंगरपट्टा, दिगवार, खुरण्डीह, बाली, बोदरा, सरिया, टूटकी, चतरोचट्टी, कोनार डैम आदि जैसे सैकडो गांवो से जोडता है और इन गांवो का मुख्यतः मुख्यालय टाटीझरिया है जहां ये लोग बाजार करने से लेकर कहीं जाने के लिऐ गाडी पकडने के लिऐ आते हैं। जाहिर है कि इस बेडम पुल की उपयोगिता बहुत ही ज्यादा है ऐसे में बरसात के दिनों में तो इस पुल से गुजरना काफी जानलेवा साबित होगा क्योंकि पुल धीरे-धीरे धंसता चला जा रहा है और ऐसे में सरकार का ध्यान इस ओर देना काफी जरूरी है।
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