रांची (रांची ब्यूरो) : डीजीपी डीके पाण्डेय ने कहा है कि भाकपा माओवादी के बिहार झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी के स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य बालकेश्वर उरांव उर्फ़ विनय उरांव उर्फ़ बड़ा विकास का सरेंडर झारखंड राज्य का सबसे बड़ा सरेंडर है। भाकपा माओवादी के एक बड़े नक्सली का सरेंडर करना राज्य सरकार और पुलिस की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे स्पष्ट है कि नक्सली राज्य सरकार की सरेंडर पॉलिसी से प्रभावित हुए हैं। अब और नक्सलियों के सरेंडर की संभावना बढ़ गई है। डीजीपी ने कहा कि फ़िलहाल सरेंडर करनेवाले बड़े नक्सली के सर पर एक करोड़ का ईनाम है। जल्द ही यह राशि पाँच करोड़ कर दी जायेगी। मौका था नक्सली बड़ा विकास के सरेंडर का। डीजीपी ने सरेंडर कर चुके नक्सली विकास को 25 लाख की राशि का चेक के अलावा पॉलिसी के तहत 50 हज़ार की नकद राशि और हथियार सरेंडर करने के लिए 15 हज़ार की नकद राशि सौंपी। डीजीपी ने इस बड़े सरेंडर के लिए लातेहार एसपी अनूप बिरथरे की प्रशंसा की।
इससे पहले भी दो बड़े नक्सली एसपी अनूप बिरथरे के समक्ष अप्रैल में सरेंडर कर चूका है। समारोह में एडीजी ऑपरेशन एसएन प्रधान एडीजी अजय भटनागर अनिल पाल्टा, रेजी डुंगडुंग, आईजी ऑपरेशन एमएस भाटिया, आशीष बत्रा, पलामू डीआईजी अखिलेश झा संजय लाटकर एसएसपी कुलदीप दिवेदी अनूप बिरथरे समेत कई अफसर मौजूद थे।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा भी वापस होगा। डीजीपी नें कहा कि सरेंडर करनेवाले विकास के खिलाफ दर्ज मुकदमों वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड को उग्रवाद और अपराधमुक्त राज्य बनाना है ताकि निवेशक यंहा आ सकें ।