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बिहार :: एक ही डॉक्टर के भरोसे आउटडोर व इमरजेंसी जबकि महिला चिकित्सक समेत दस हैं कार्यरत

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी स्थित रेफरल अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्था दुरूस्त करना टेढ़ी खीर साबित हो रही है। एक ही डाक्टर के जिम्मा आउटडोर इमरजेंसी आदि रहने के वजह से रोगी को घंटो लाईन में लगनी पड़ती है। जिला पार्षद सह रोगी कल्याण समिति के सदस्य संजय यादव ने आरोप लगाया है कि भले हीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बदल दिये गये हो। चिकित्सकों के दिनचर्या में कोई तब्दीली नहीं आयी ।चिकित्सक आपस में ताल मेल कर सप्ताह में एक दिन हीं डयूटी वजाते है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के औचक निरीक्षण में आधे दर्जन से अधिक चिकित्सकों को अनुपस्थित पाकर उनकी हाजिरी काट दी गयी थी और स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। रेफरल अस्पताल में वर्तमान समय में महिला चिकित्सक समेत दस चिकित्सक कार्यरत हैं।डॉ उमेश राय,डॉ सी एस झा,डॉ राकेश ठाकुर,डॉ अबकुल्लाह,डॉ आरजी झा,डॉ डी एन ठाकुर,डॉ कृष्णा दास,डॉ बंदना कुमारी एवं आयुष चिकित्सक डॉ मनोज कुमार,डॉ संजीव कुमार है। डॉ डीएन ठाकुर अनुमंडल अस्पताल झंझारपुर में प्रतिनियोजित है। 36 बेड का रेफरल अस्पताल भवन क्षतिग्रस्त होने के बादाद 9 बेड के पी एच सी भवन में चल रहा है। आउटडोर में लंबी लाईन रहने की वजह से रोगी को बिना जॉच पड़ताल के हीं समस्या पूछ कर दवा लिख दिया जाता है। अलग अलग ऑटडोर चलाने से न केवल रोगी को घंटों लाईन में लगने से छुटकारा मिलेगा बल्कि इलाज भी सही ढंग हो सकेगा।प्रतिदिन दो सौ से अधिक रोगी यहां इलाज के लिये पहुंचते हैं ।एक चिकित्सक आठ बजे सुबह से दो बजे दिन तक आउटडोर इमरजेंसी चलाते है। कैसे जल्दी से काम निपटे उसके चक्कर में विना जांच पड़ताल के हीं दवा लिख दिये जाते हैं। अस्पताल पहुचने वाले अधिकांश लोग गरीब गुरवा व आर्थिक रूप से लाचार व्यक्ति होते हैं। सरकार के लाखों रूपये अस्पताल पर खर्च के बावजूद आम लोगों को समुचित इलाज नहीं हो पाती है। चिकित्सक के गर्दन में टंगे आला बीपी इन्सट्रुमेंट का तो कई कई दिनों तक इस्तेमाल भी नहीं होता। आउटडोर विधिवत संचालित हो तो सही ढ़ंग से जांच पड़ताल के बाद इलाज संभव हो सकेगा।

कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमेश राय ने पूछने पर बताया कि हाल में हमें प्रभार मिला है। पहले से काफी सुधार हुआ है। अस्पताल संचालन में विभागीय नियम का अनुपालन किया जा रहा है।खुद सिविल सर्जन चिकित्सकों के ड्यूटी के प्रति शख्त हैं। अलग अलग आउटडोर चलाने का निर्देश प्राप्त है व विधिवत चलाया जायेगा ।

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