Breaking News

लोकसभा चुनाव :: पूर्वी दिल्ली से पूर्व आईपीएस राजकुमार झा को भाजपा बनाये उम्मीदवार – डाॅ बीरबल झा

डेस्क : दिल्ली पुलिस के पूर्व आईपीएस राजकुमार झा को पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनाने की मांग उठने लगी है। साफ-सुथरी छवि के पुलिस अधिकारी रहे आरके झा पिछले ही साल अतिरिक्त आयुक्त विजिलेंस पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और दिल्ली-एनसीआर में ऑटो -टैक्सी चालकों व परिवहन क्षेत्र से जुडे़ श्रमिकों के बीच वह खास चर्चित चेहरा हैं, क्योंकि दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक विभाग में रहते हुए उन्होंने इनकी दशा सुधारने के लिए काम किया था।

आर के झा, पूर्व आईपीएस

सामाजिक संगठन मिथिलालोक फाउंडेशन ने भारतीय जनता पार्टी से अपील की है कि पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करवाने में पूर्वांचली मतदाताओं की निर्णायक भूमिका को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र से किसी चर्चित पूर्वांचली शख्सियत को उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जाए। आरके झा का पैतृक गृह बिहार के मधुबनी जिला स्थित कछुबी गांव हैं और मधुबनी को मिथिला की संस्कृति का केंद्र माना जाता है।

मिथिला-संस्कृति की पहचान सूचक पाग पर डाक टिकट जारी करवाने में अहम भूमिका निभाने वाली संस्था मिथिलालोक फाउंडेशन के अध्यक्ष डाॅ बीरबल झा ने कहा कि पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर पूर्वांचलियों का मत किसी पार्टी को जीत दिलाने में निर्णायक साबित होता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में तकरीबन 80 लाख मैथिल निवास करते हैं, इनमें 40 लाख से ज्यादा मैथिल सिर्फ दिल्ली में रहते हैं। उन्होंने कहा कि राजकुमार झा मैथिल हैं और उनको भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी को मैथिल व भोजपुरिया समाज को एकतरफा वोट मिल सकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं की तादाद 20 फीसदी से ज्यादा है जिसमें पूर्वी दिल्ली में सबसे ज्यादा पूर्वांचली आबादी बसती है।

मिथिलालोक फाउंडेशन के अध्यक्ष डाॅ बीरबल झा

मिथिला के यंगेस्ट लिविंग लीजेंड डाॅ बीरबल झा ने कहा कि दिल्ली की राजनीति में मैथिलों योगदान आजादी के पहले से ही रहा है और दिल्ली पहले उपराज्यपाल आदित्यनाथ झा मैथिल ही थे, लेकिन हाल के दिनों में महाबल मिश्र को छोड़ अन्य कोई मैथिल सांसद किसी पार्टी के नहीं हुए है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए यह मौका है कि एक मैथिल को दिल्ली से टिकट देने पर न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश के मैथिल पार्टी के फैसले से खुश होंगे। दिल्ली में मैथिल अब उपेक्षित नहीं रहना चाहते हैं।

सेवानिवृत आईपीएस झा को हाल ही में भारतीय मजदूर संघ की औद्योगिक इकाई भारतीय प्राइवेट ट्रांसपोर्टर मजदूर महासंघ का चेयरमैन बनाया गया है। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी रहते हुए देश की राजधानी में लोगों को ट्रैफिक पुलिस की मनमानी से निजात दिलाई थी।

उन्होंने हॉल्टिंग रेट, सामान का प्रभार यानी लगेज चार्ज और नाइट चार्ज बढ़ाकर उनकी मदद की थी। झा ने परिवहन क्षेत्र से जुड़ी अन्य समस्याओं का भी निदान किया। बतौर पुलिस अधिकारी उनके खाते में और भी कई उपलिब्धयां हैं। उन्होंने 2009 में पुरानी दिल्ली के ईदगाह इलाके से बूचड़खाना हटाकर इसे गाजीपुर ले जाने में अहम भूमिका निभाई।

Check Also

विश्व काव्य पुरस्कार से नवाजे गए डॉ अरूण कुमार झा, British Lingua में World Poetry Day पर कार्यक्रम आयोजित

World Poetry Day 2022 सौरभ शेखर श्रीवास्तव की स्पेशल रिपोर्ट (नई दिल्ली) : बिहार के …

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें कांग्रेस की देन – निर्मला सीतारमण

डेस्क : देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। जिससे लोगों …

राजेश्वर राणा ने ललन सिंह से दिल्ली में की मुलाकात, बुके भेंट कर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी बधाई

नई दिल्ली : बिहार प्रदेश जदयू के संगठन सचिव सह मुजफ्फरपुर नगर के प्रभारी राजेश्वर …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *