लखनऊ ( सूरज अवस्थी ) : लखनऊ में मानव धर्म के प्रचारक स्वामी रामानंद जी आस्तिक औेर नास्तिक भगवान को नहीं मानते, अंध विश्वास व पाखण्ड का विरोध करते हैं l उनकी अपनी सोच और विचारधारा है कि भगवान वास्तविक है जो माता पिता, गुरु, विज्ञान, जवान, संविधान, किसान, जल, वायु, धरती, व सूर्य के रूप में देखा और अनुभव किया जा सकता है l जिनके बिना मेरा अस्तित्व नहीं है l मैं जन्म देने वाली माँ की कोख से पैदा होता हूँ, और धरती मां की कोख में समा जाता हूँ l मैं ही नहीं पूरा प्राणी समाज धरती मां की गोद में पैदा होकर, उसी में पल बढ़ कर जीवन का समय पूरा होने के बाद उसी में समा जाता है l
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जो कष्ट जीवन में लिखे हैं उन्हें झेलना पड़ेगा कोई पूजा-अर्चना, देवता, जाप, तप, पाठ उसे टाल नहीं सकता, कोई भविष्य वादी सोच बता नहीं सकता l सब कुछ पूर्व निर्धारित है l इसलिये चमत्कार और अंध विश्वास से हटकर वास्तविक जीवन में जीना सिखों l माता पिता गुरु का सम्मान करो, जवान, विज्ञान, किसान, और संविधान को समझो, उसका सम्मान और पालन करो, जल संरक्षण, वन संरक्षण, करो, प्रदूषण से बचो, जनसंख्या नियंत्रण में सहयोगी बने, अपना काम शुरू कर के आत्मनिर्भर बने l जब भगवान की जरूरत महसूस हो तो आदर्श व्यक्ति के जीवन का स्मरण करें जैसे माँ, पिता, गुरु, ईसा मसीह, पैगंबर मोहम्मद साहब, विवेकानंद, राम, रहीम , आदि l